4 दिन बाद आसमान से बरसेगा अमृत! शरद पूर्णिमा की चांदनी में रखें खीर
Sharad Purnima 2024: सनातन धर्म में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है. यह हर साल अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है. हिंदू कैलेंडर के…
Sharad Purnima 2024: सनातन धर्म में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है. यह हर साल अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, सालभर में 12 पूर्णिमा तिथियां होती हैं. इसमें शरद पूर्णिमा को विशेष महत्व है. शरद पूर्णिमा को रास पूर्णिमा और कोजागर पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं. मान्यता है कि, शरद पूर्णिमा की रात भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के संग महारास रचाया था, इसलिए इसे रास पूर्णिमा कहते हैं. वहीं, शरद पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी पृथ्वी पर विचरण करती हैं, जिसे कोजागर पूर्णिमा के नाम से जानते हैं. शरद पूर्णिमा की रात में खुले आसमान के नीचे खीर रखते हैं. क्या आप जानते हैं कि इस खीर को खाने के लाभ क्या हैं? इस बार कब है शरद पूर्णिमा? शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा की किरणों में खीर रखने का समय क्या है?
शरद पूर्णिमा 2024 की सही तारीख
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल शरद पूर्णिमा के लिए जरूरी अश्विन शुक्ल पूर्णिमा तिथि 16 अक्टूबर बुधवार की रात 8:40 बजे शुरू होगी. यह तिथि अगले दिन 17 अक्टूबर को शाम 4:55 बजे तक मान्य रहेगी. ऐसे में शरद पूर्णिमा का पर्व 16 अक्टूबर 2024 दिन बुधवार को मनाया जाएगा.
शरद पूर्णिमा 2024 खीर रखने का समय
16 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा का चंद्रोदय शाम में 05:5 बजे पर होगा. शरद पूर्णिमा की रात खुले आसमान के नीचे चंद्रमा की किरणों में खीर रखते हैं. इस साल शरद पूर्णिमा पर खीर रखने का समय रात में 08:40 बजे से है. इस समय से शरद पूर्णिमा का चंद्रमा 16 कलाओं से युक्त होकर अपनी किरणों को पूरे संसार में फैलाएगा.
शरद पूर्णिमा की खीर के 5 चमत्कारी लाभ
मां लक्ष्मी का मिलेगा आशीर्वाद: शरद पूर्णिमा की खीर बनाकर आप माता लक्ष्मी को भोग लगाएं. फिर उसे खाएं. आप पर माता लक्ष्मी प्रसन्न होंगी.
कुंडली में चंद्रमा मजबूत होगा: शरद पूर्णिमा की खीर का सेवन करने से कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है. दूध, चीनी और चावल तीनों ही चंद्रमा से जुड़ी वस्तुएं हैं. यदि आप शरद पूर्णिमा पर खीर बनाकर दान कर दें तो आपकी कुंडली का चंद्र दोष दूर हो सकता है.
सेहत में होगा सुधार: धार्मिक मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा की किरणों में अमृत के समान औषधीय गुण होते हैं. चंद्रमा की किरणें जब खीर में पड़ती हैं तो वह खीर भी अमृत के गुणों वाला हो जाता है. शरद पूर्णिमा की खीर खाने से व्यक्ति सेहतमंद होता है और त्वचा की चमक बढ़ती है.
रोगों में होगा लाभ: शरद पूर्णिमा की खीर खाने से मन और शरीर दोनों ही शीतल होता है. यह कई रोगों में लाभदायक माना जाता है.
इम्युनिटी में हो सकता सुधार: य
दि आप शरद पूर्णिमा पर चांदी के बर्तन में खीर को चांदनी में रखते हैं तो उसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि हो सकती है.