झारखंड के 8 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, अगले दो दिन तक अलर्ट रहने की अपील
राजधानी व आसपास के जिलों में बुधवार की शाम हुई झमाझम वर्षा जहां शहरी क्षेत्र के लिए आफत बनकर आई तो ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों के लिए राहत बनकर बरसी।…
राजधानी व आसपास के जिलों में बुधवार की शाम हुई झमाझम वर्षा जहां शहरी क्षेत्र के लिए आफत बनकर आई तो ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों के लिए राहत बनकर बरसी। बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन का असर झारखंड व अन्य राज्यों में भी देखने को मिल रहा है। बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी ने राहत दी है।
इसका असर आगामी दो दिनों तक देखने को मिलेगा। इस कारण कई जिलों में दो दिनों तक वर्षा होगी। शाम में हुई वर्षा के कारण रांची के कई हिस्सों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हुई। नालों में अटी गंदगी के कारण नाले का गंदा पानी उफनकर बाहर निकलने लगा और सड़कों पर जमा हो गया।
इस वर्षा ने नगर निगम की सफाई व्यवस्था की पोल भी खोलकर रख दी है। कोकर, बूटी, लालपुर, हिंदपीढ़ी, धुर्वा, कडरू, हरमू जैसे क्षेत्रों में जलजमाव से आमजनों की परेशानी बढ़ गई।
कई जगहों पर पेड़ की टहनियां गिर गईं और कुछ देर के लिए ट्रैफिक कंजेशन की स्थिति का भी सामना करना पड़ा। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में इस वर्षा का अच्छा परिणाम देखने को मिल रहा है।
धान की अचछी फसल होने की संभावना
कृषि विज्ञानियों के अनुसार इस वर्षा ने धान की अंतिम सिंचाई की पूर्ति कर दी है। मौसम विज्ञान केंद्र रांची द्वारा जारी पूर्वानुमान की बात करें तो राज्य में अगले 5 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।
केंद्र के अनुसार, 17 अक्टूबर को राज्य के उत्तर पूर्वी हिस्से यानी देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़, जामताड़ा, गिरिडीह, धनबाद के अलावे दक्षिणी हिस्से यानी पूर्वी व पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला खरसावां के साथ साथ निकटवर्ती मध्य भाग यानी रांची, रामगढ़, गुमला, हजारीबाग, बोकारो और खूंटी के कई हिस्सों में हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा की संभावना है।
राजधानी रांची में 18 अक्टूबर तक आंशिक बादल छाए रहेंगे और मेघगर्जन के साथ वर्षा होने की संभावना है। वहीं दूसरी ओर मौसम विज्ञानी ने अलर्ट जारी करते हुए आमजनों विशेषकर किसानों को खेत जाने से पूर्व सतर्क और सावधान रहने की सलाह दी है।
मेघगर्जन और वर्षा होने की स्थिति में सुरक्षित स्थान में शरण लें। पेड़ के नीचे खड़ा न रहे। बिजली के पोल से दूर रहें। किसान अपने खेत में न जाएं। मौसम सामान्य होने का इंतजार करें। बिजली के उपकरणों का उपयोग न करें, जैसी हिदायत भी दी गई है।
ऐसा रहा मौसम
पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य में कहीं कहीं हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा हुई। सबसे अधिक वर्षा 24.4 मिमी खूंटी के तोरपा में रिकार्ड की गई।
सबसे अधिक अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस सरायकेला खरसावां का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रांची का रिकॉर्ड किया गया। रांची का अधिकतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।