20 साल से पत्नी के लिए करवाचौथ व्रत रख रहे ये बीजेपी सांसद, अब संसदीय क्षेत्र में चलाई मुहिम
रविवार को सुहागिनें करवाचौथ का व्रत रखेंगी. मान्यता के अनुसार आमतौर पर महिलाएं ही अपने पति की लंबी आयु के लिए यह व्रत रखती हैं. दिनभर निर्जल रहकर, शाम को…
रविवार को सुहागिनें करवाचौथ का व्रत रखेंगी. मान्यता के अनुसार आमतौर पर महिलाएं ही अपने पति की लंबी आयु के लिए यह व्रत रखती हैं. दिनभर निर्जल रहकर, शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर ही कुछ खाती-पीती हैं लेकिन कई बार समाज में ऐसे भी उदाहरण मिल जाते हैं जो हर परंपरा और रीति-रिवाज से ऊपर उठकर इन मान्यताओं को एक नई दिशा दे रहे होते हैं.ऐसे ही भारतीय जनता पार्टी के एक सांसद हैं जो न केवल 20 साल से अपनी पत्नी के लिए करवाचौथ का व्रत रख रहे हैं, बल्कि इस बार उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में पुरुषों को करवाचौथ व्रत रखने के लिए प्रेरित करने की मुहिम भी छ़ेड़ दी है.
भारतीय जनता पार्टी के ये सांसद हैं प्रवीण खंडेलवाल. प्रवीण खंडेलवाल दिल्ली की चांदनी चौक लोकसभा सीट से सांसद हैं और दिल्ली के बड़े व्यवसाई हैं. वे ट्रेडर्स के सबसे बड़े संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के फाउंडर और राष्ट्रीय महासचिव भी हैं.
करवा चौथ का व्रत आमतौर पर महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है, लेकिन यह केवल महिलाओं का ही व्रत नहीं होना चाहिए. पुरुषों के लिए भी इस व्रत का एक खास महत्व है. पिछले 20 वर्षों से अधिक समय से मैं अपनी पत्नी कनक खंडेलवाल के साथ करवा चौथ का व्रत रखता हूं, और इसका उद्देश्य न केवल उनके लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना करना है, बल्कि परिवार की खुशहाली, समृद्धि और आपसी सहयोग को भी बढ़ावा देना है.’
दिनभर कैसे रखते हैं व्रत
कैट संगठन के समय से ही मुझे दिन भर अनेक कार्यक्रमों में जाना होता था, इसलिए मैं इस व्रत में दिन में केवल दो बार चाय और कम से कम जल ग्रहण करता हूं. जबकि मेरी पत्नी निर्जल व्रत रखती हैं. हम दोनों शाम को एक साथ चंद्र भगवान को अर्घ्य देकर और उनका पूजन कर ही भोजन ग्रहण करते हैं.
पहले करवाचौथ पर पत्नी को हुआ था आश्चर्य
खंडेलवाल कहते हैं, ‘जब मैंने पहली बार व्रत रखा तो यह उनके लिए यह एक सुखद आश्चर्य था क्योंकि उस समय समाज में आमतौर पर पुरुष इस व्रत का पालन नहीं करते थे. वह इसे हमारे रिश्ते में अनमोल कदम, आपसी समझ, सहयोग और प्रेम का प्रतीक मानती हैं. उनके चेहरे पर एक खास खुशी और गर्व देखने को मिलता है. वह जानती हैं कि मैं उनकी लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए उसी भावनात्मक जुड़ाव के साथ यह व्रत रख रहा हूं, जैसे वे. यह व्रत केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि हमारे रिश्ते में प्यार, सम्मान और सहयोग का प्रमाण है.
अब संसदीय क्षेत्र में चलाई मुहिम
प्रवीण खंडेलवाल खुद तो 20 साल से करवाचौथ व्रत रख ही रहे हैं, इस बार उन्होंने पुरुषों को व्रत के लिए प्रेरित करने की मुहिम अपने संसदीय क्षेत्र चांदनी चौक में शुरू की है. सांसद ने बताया कि वे पिछले कई सालों से संगठन से जुड़े देश भर के व्यापारियों को करवा चौथ व्रत रखने के लिए प्रेरित भी करते रहे हैं और इसी का परिणाम है कि अब दिल्ली सहित देश भर में लोग जिसमें खासतौर पर व्यापारी हैं, करवा चौथ का व्रत रखते हैं.
पुरुषों को इसलिए रखना चाहिए व्रत
उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे विचार से पुरुषों को भी यह व्रत रखने के कई कारण हैं जिनमें मुख्य रूप से समानता और सम्मान का भाव सदा बनाये रखना है. करवा चौथ के व्रत के जरिए पुरुष अपनी पत्नी के प्रति अपना सम्मान और प्यार प्रकट कर सकते हैं. यह संदेश देता है कि रिश्ते में समानता होनी चाहिए, जहां दोनों एक-दूसरे की भलाई और दीर्घायु के लिए समर्पित होते हैं. जब पति भी व्रत रखते हैं, तो वे अपनी पत्नी की भावनाओं और समर्पण को समझने की कोशिश करते हैं, जिससे रिश्ते में गहराई और सामंजस्य आता है. यह व्रत आत्म नियंत्रण भी सिखाता है. यह पारिवारिक एकता के लिए भी एक धार्मिक अनुष्ठान है. साथ ही अगर पुरुष व्रत रखते हैं तो यह बताता है कि हमारी पारंपरिक मान्यताओं को समय के साथ कितने खूबसूरत तरीके से बदला और बढ़ाया जा सकता है. यह स्वस्थ समाज के लिए भी एक संदेश की तरह काम करता है.