धर्मेंद्र का 64 साल का करियर: मात्र एक डायरेक्टर के साथ किया काम
फूल और पत्थर, शोले (Sholay), अनपढ़ और चुपके चुपके जैसी कई सफल देने वाले कलाकार धर्मेंद्र (Dharmendra) किसी अलग परिचय के मोहताज नहीं हैं। 60 के दशक में एक्टिंग दुनिया में कदम…
फूल और पत्थर, शोले (Sholay), अनपढ़ और चुपके चुपके जैसी कई सफल देने वाले कलाकार धर्मेंद्र (Dharmendra) किसी अलग परिचय के मोहताज नहीं हैं। 60 के दशक में एक्टिंग दुनिया में कदम रखने वाले धर्मेंद्र का करियर काफी सुनहरा रहा है। इस दौरान उन्होंने रमेश सिप्पी और मनमोहन देसाई जैसे हिंदी सिनेमा जगत के कई दिग्गज निर्देशकों के साथ काम किया।
लेकिन एक डायरेक्टर ऐसा भी रहा, जिसके साथ धर्म पाजी ने मात्र एक ही मूवी की और फिर भविष्य में कभी भी उनके साथ दोबारा कोई फिल्म नहीं की। आइए इस लेख में जानते हैं कि आखिर वो मशहूर निर्देशक कौन था।
इस फेमस निर्देशक के साथ धर्मेंद्र की मात्र एक फिल्म
उस डायरेक्टर का नाम रिवील करने से पहले हम आपको हिंट देते हुए बता दें कि वह दिग्गज अब इस दुनिया में नहीं रहा और आज 21 अक्टूबर को उनकी डेथ एनिवर्सरी मनाई जा रही है। उनका बेटा फिल्मी दुनिया का एक बड़ा फिल्म निर्माता है। इन सबको जानने के बाद आपने कई अनुमान भी लगा लिए होंगे। चलिए अब हम आपको उस निर्देशक का नाम बताते हैं,
जी यश चोपड़ा के साथ धर्मेंद्र ने बतौर कलाकार अपने 64 साल करियर में सिर्फ और सिर्फ एक फिल्म की थी, जिसका नाम आदमी और इंसान (Aadmi Aur Insaan) था, जिसे साल 1969 में बड़े पर्दे पर रिलीज किया गया था। ये फिल्म उस साल की सबसे सफल 10 मूवीज की सूची में भी शुमार रही।
इसके बाद भी धर्मेंद्र यश चोपड़ा की किसी भी मूवी का दोबारा हिस्सा नहीं बने। वजह क्या थी, इसके बारे में कोई नहीं जानता। कमाल की बात ये है कि शाह रुख खान की डर मूवी के बाद धर्मेंद्र के बेटे सनी देओल ने भी यशराज बैनर तले बनने वाली किसी फिल्म में काम नहीं किया है।
आदमी और इंसान में ये कलाकार भी थे शामिल
यश चोपड़ा के निर्देशन में बनने वाली आदमी और इंसान एक मल्टी स्टारर फिल्म थी। इसमें धर्मेंद्र के अलावा फिरोज खान, एक्ट्रेस शायरा बानो और मुमताज अहम भूमिका में मौजूद रहीं। कमाई के लिहाज से फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया और एक हिट फिल्म के तौर पर दर्शकों की पहली पसंद बनी। धर्मेंद्र हर बार की तरह आदमी और इंसान में भी अपने दमदार अभिनय की छाप छोड़ी थी।