देवकीनंदन ठाकुर के बयान पर मध्य प्रदेश में राजनीतिक हलचल, भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी नोकझोंक
जबलपुर: मध्य प्रदेश में एक दिन पहले हिंदुओं के लिए अलग सनातन बोर्ड के गठन वाली मांग करने वाले प्रसिद्ध कथावाचक और देवकीनंदन ठाकुर के बयान पर सियासत शुरू हो गई…
जबलपुर: मध्य प्रदेश में एक दिन पहले हिंदुओं के लिए अलग सनातन बोर्ड के गठन वाली मांग करने वाले प्रसिद्ध कथावाचक और देवकीनंदन ठाकुर के बयान पर सियासत शुरू हो गई है. इस बयान को लेकर कांग्रेस ने कहा कि कहीं सांप्रदायिक तनाव न बढ़ जाए. भाजपा ने उनके इस बयान का समर्थन किया है और कहा है कि देवकीनंदन का विचार अच्छा है. मध्य प्रदेश कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल ने कहा कि देवकीनंदन ठाकुर का प्रवचन देने का काम है वो वही काम करें. यह सरकार का काम है. यह सरकार देखेगी. सरकार को यह देखना चाहिए इससे कोई सांप्रदायिक तनाव ना बढ़ जाए. इधर, भाजपा प्रवक्ता अजय यादव ने अग्रवाल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि सनातन धर्म के लिए धर्म गुरु चिंतित रहते हैं. देवकीनंदन का विचार अच्छा है. इस पर विचार करना चाहिए. धर्म गुरुओं का सनातन धर्म की रक्षा के लिए चिंतित होना स्वाभाविक है.
हमारा योगदान आजादी में नहीं, देश को बचाने में
देवकीनंदन ठाकुर ने शुक्रवार को जबलपुर में कहा था कि भले ही इस देश को आजाद करने में हमारा योगदान ना हो, लेकिन इस देश को बचाकर रखने में हम अपना योगदान दे सकते हैं. आने वाली पीढ़ी, संस्कृति, धर्म को बचाना है तो सभी हिंदू भाइयों को एक स्वर में उन लोगों को जवाब देना होगा, जो वक्फ बोर्ड के साथ तो खड़े होते हैं, लेकिन सनातन बोर्ड की बात नहीं करते हैं.
क्या संविधान हमें रहने का अधिकार देता है?
देवकीनंदन ने कहा, " सभी उनके पक्ष में खड़े हो जाते हैं जब वक्फ बोर्ड में संशोधन बिल की बात आती है तो, लेकिन जब बात तिरुपति बालाजी के प्रसाद में पशु चर्बी मिलाकर खिलाने की बात आती है, तो तब कोई कुछ नहीं बोलता है. हमें अपना शत्रु कोई भी राजनीतिक दल ना माने. बस एक बात ईमानदारी से यह बता दें कि क्या इस देश में हिंदू रह सकते हैं या नहीं. संविधान क्या इस देश में हिंदुओं को रहने का अधिकार देता है या नहीं. क्या यह संविधान कहता है कि हमारा धर्म भ्रष्ट कर दो. जब यह तमाम तरह के सवाल उठाते हैं तो कोई भी इस पर बात नहीं करता."