रोहित शर्मा का बयान: “मैं बैटर और बॉलर, हार का दोषी मैं खुद”
पुणे में खेले गए दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को 113 रन से रौंदा। इस जीत के साथ ही कीवी टीम ने टेस्ट सीरीज पर कब्जा जमाया। न्यूजीलैंड…
पुणे में खेले गए दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को 113 रन से रौंदा। इस जीत के साथ ही कीवी टीम ने टेस्ट सीरीज पर कब्जा जमाया। न्यूजीलैंड ने भारतीय जमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीती है। दूसरी ओर भारतीय टीम को 12 साल और 18 सीरीज के घर में हार का मुंह देखना पड़ा है। सीरीज हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा अपने प्लेयर्स का बचाव किया।
रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, हमने वैसे बल्लेबाजी नहीं की जैसे करनी चाहिए थी। बैटर्स के 2 मैच खराब रहे या कहें 2 इनिंग खराब रहीं। हम जो करना चाह रहे थे वो हमारे बैटर से नहीं हुआ। इम किसी की योग्यता पर सवाल नहीं उठा सकते। इन्हीं प्लेयर्स ने हमें मैच जिताए हैं। सारे बैटर्स को अपना प्लान करना चाहिए। उस पर भरोसा रखना चाहिए। न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने ऐसा करके दिखाया।
रोहित ने कहा, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के बारे में अभी से सोचना जल्दबाजी होगा। हमारे पास अच्छा मौका था लेकिन हम चूक गए। गेंदबाजों ने बदलाव किए। हालांकि, हमें इसका बहुत फायदा नहीं मिला, जितना कीवी गेंदबाजों को मिला। हमने जो रणनीति बनाई थी हम उसमें सफल नहीं हुए। हम पहले मैच बचाना और फिर जीतना चाह रहे थे। हालांकि, न्यूजीलैंड ने हमसे बेहतर क्रिकेट खेला। हमारे बल्लेबाजी पार्टनरशिप नहीं कर सके। हमें कुछ अलग करने की रणनीति नहीं बनानी है। इन कंडीशन में हम कैसे बेहतर कर सकते हैं यह सोचने की जरूरत है।
पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में रोहित शर्मा ने कहा, यह हार काफी निराशाजनक है। हमने हार की उम्मीद नहीं की थी। न्यूजीलैंड को जीत का श्रेय देना होगा। उन्होंने हमसे बेहतर खेला हम कुछ खास मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रहे। हम उन चुनौतियों का जवाब देने में फेल रहे। हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। आपको जीतने के लिए 20 विकेट लेने होंगे, लेकिन बल्लेबाजों को बोर्ड पर रन भी बनाने होंगे।
यह ऐसी पिच नहीं थी जहां बहुत कुछ हो रहा हो। हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। अगर हम पहली पारी में थोड़ा करीब होते तो चीजें थोड़ी अलग होतीं। हम वानखेड़े में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं और उस टेस्ट को जीतने की कोशिश करना चाहते हैं। यह पूरी टीम की विफलता है। मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो सिर्फ बल्लेबाजों या गेंदबाजों को दोष दे। हम वानखेड़े में बेहतर इरादे, बेहतर विचार और बेहतर तरीकों के साथ सामने आएंगे।