मल्लिकाअर्जुन खड़गे का झारखंड में सीटों पर सवाल, शिवराज सिंह ने किया तीखा हमला
पटना। झारखंड में पहले चरण का विधानसभा चुनाव 13 नवंबर को है। इसको लेकर सरगर्मी तेज है। देश भर के फायरब्रांड वक्ताओं का झारखंड आने का सिलसिला तेज हो गया…
पटना। झारखंड में पहले चरण का विधानसभा चुनाव 13 नवंबर को है। इसको लेकर सरगर्मी तेज है। देश भर के फायरब्रांड वक्ताओं का झारखंड आने का सिलसिला तेज हो गया है। आसमान में हेलीकॉप्टर की फटफटाहट गूंजते रहती है।
कभी यूपीए प्रत्याशी के समर्थन में तो कभी एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में हेलीकॉप्टर पर सवार वक्ता लगातार अलग अलग जगहों पर पहुंच कर जनसभा को संबोधित कर रहे हैं।
झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड में एक जनसभा को संबोधित किया। इस बीच, उन्होंने कुछ ऐसा कर दिया, जिसको लेकर सियासी बवाल मच गया है।
दरअसल, संबोधन के बीच में वह अपने नेता से पूछने लगे कि झारखंड में कितनी विधानसभा सीटें हैं। अब इसपर केंद्रीय मंत्री सह झारखंड भाजपा प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने घेरा है।
उनकी नजरों में झारखंड का कोई सम्मान नहीं- शिवराज
शिवराज सिंह ने कहा कि ये कांग्रेस का छोटापन है, उनके नजरों में झारखंड का कोई सम्मान नहीं है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष आते हैं और मंच पर माइक से पूछते हैं कितनी सीटें हैं? इन्हें सीटों का पता नहीं है और भाषण करने आए हैं। यह बताया रहे हैं छोटा सा चुनाव है। यह एक तरह से महान राज्य का अपमान है।
उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की झारखंड के बारे में जानकारी है। जिन्हें ये नहीं पता कि सीट कितनी हैं, वह झारखंड का विकास क्या करेंगे?
खड़गे का संबोधन
बता दें कि लोगों को संबोधित करते हुते खड़के ने कहा था कि जब सभी पार्टियों से आस टूट जाती है तब कांग्रेस उम्मीद की किरण बनकर सामने आती है। वर्तमान केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार में किसी को कुछ तो नहीं मिला, लेकिन जुमला और झूठे वायदे जरूर मिले।
वहीं, अमित शाह द्वारा गत दिनों दिए गए बयान पर भी उन्होंने तंज कसे और क्षेत्र की जनता से मोदी स्टाइल में ही पूछा, 15 लाख रुपये मिले क्या, दो करोड़ नौकरियां मिली क्या..?
खरगे ने कहा कि मंगलसूत्र खुलवाने वाला आपका पैसा अंबानी और अडानी की जेब में भेज रहा है। हमें सतर्क रहना होगा क्योंकि देश के 5 प्रतिशत लोगों के पास 60 प्रतिशत देश की संपत्ति है जबकि 50 प्रतिशत गरीबों के पास सिर्फ 3 प्रतिशत संपत्ति है। हमें यह देखना होगा कि यह लूट किसने मचा रखी है।