ताऊ, ताई की प्रताड़ना से तंग आकर 19 साल की भतीजी ने फांसी लगाकर की थी खुदकुशी
भोपाल। नये शहर के चूनाभट्टी थाना इलाके में करीब नौ महीने पहले बारहवीं कक्षा की छात्रा द्वारा फांसी लगाकर खुदकुशी किये जाने के मामले में पुलिस ने मर्ग जॉच के…
भोपाल। नये शहर के चूनाभट्टी थाना इलाके में करीब नौ महीने पहले बारहवीं कक्षा की छात्रा द्वारा फांसी लगाकर खुदकुशी किये जाने के मामले में पुलिस ने मर्ग जॉच के बाद उसके ताऊ और ताई के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला कायम दर्ज किया है। छात्रा का सपना मेहनत से पढ़ाई कर कलेक्टर बनने का था, लेकिन आरोपी दंपत्ति उससे घर का सारा काम करवाते थे, और काम पूरा न होने के साथ ही अन्य बातों को लेकर उसके साथ मारपीट कर मानसिक और शारीरिक रुप से प्रताड़ित करते थे। थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 19 वर्षीय पलक सोंधिया की मां गीता सोंधिया ने करीब 14 साल पहले दूसरी शादी कर ली थी, और उत्तर प्रदेश चली गई थी। वहीं उसके पिता उमेश सोंधिया ने भी उसकी मॉ के जाने के थोड़े समय बाद जबलपुर की एक महिला से शादी कर ली थी। पलक का एक भाई भी था, लेकिन साल 2012 में भाई की भी एक हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद से ही पलक को 5 साल की उम्र से ही ताऊआनंद सोंधिया और ताई ममता सोधिंया ने अपने पास रख लिया था। उनके पास रहते हुए पलक का सपना मेहनत से पढ़ाई कर कलेक्टर बनने का था। पलक दिल लगातर पढ़ाई करती थी, जिसके चलते उसने दसवीं कक्षा अच्छे नंबरों से पास की थी। इसी साल फरवरी माह में पलक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। ताऊ आनंद सोंधिया चार इमली में काम करता है, वहीं ताई ममता सोंधिया बंगलों में खाना बनाने का काम करती है। उनके भी दो बच्चें हैं, जिनमें बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। पलक की खुदकुशी के कारणो की जॉच के दौरान पुलिस ने उसकी सहेलियों और आसपास रहने वालो से जानकारी ली तब सामने आया कि ममता और आनंद ने पहले तो पलक का अच्छे से ख्याल रखा लेकिन बीते करीब दो सालों से उनका व्यवहार उसके लिये काफी बदल गया था। दोनों पति-पत्नी सुबह अपने-अपने काम पर चले जाते और घर का सारा काम करने का दबाव पलक पर डाल देते थे। पलक स्कूल जाती साथ ही घर पर होमवर्क करने के साथ ही घर का सारा काम करने करती थी। लेकिन पढ़ाई के कारण कई बार वह जब घर के काम नहीं कर पाती तब दोनों उसके साथ मारपीट करते हुए कोसते रहते थे। दोनो चाहते थे की पलक पूरी तरह से पढ़ाई छोड़कर घर पर रहकर सारे काम संभाले, लेकिन पलक आगे पढ़ना चाहती थी। बीते दो सालो की लगातार प्रताड़ना से वह मानसिक दबाव में रह रही थी, और इसी मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना से परेशान होकर उसने खुदकुशी की थी। नौ महीने की जांच के बाद पुलिस ने मृतका के ताऊ और ताई के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरु कर दी है।