मध्य प्रदेश में बिजली कंपनी घर-घर लगाने लगी स्मार्ट मीटर, करना होगा मोबाइल की तरह रिचार्ज
मध्य प्रदेश में आखिरकार स्मार्ट मीटर लगाने का काम प्रारंभ हो गया है। इस मीटर के लगने के बाद जितनी बिजली खर्च होगी, उतना ही बिल आएगा। यह मीटर आधुनिक…
मध्य प्रदेश में आखिरकार स्मार्ट मीटर लगाने का काम प्रारंभ हो गया है। इस मीटर के लगने के बाद जितनी बिजली खर्च होगी, उतना ही बिल आएगा। यह मीटर आधुनिक तकनीक से बना हुआ है। इस मीटर को मोबाइल की तरह रिचार्ज करना होगा। रिजार्च खत्म होने पर बिजली सप्लाई ऑटोमैटिक बंद हो जाएगी। खास बात यह है कि इस मीटर के लगने के बाद बिजली चोरी पर अंकुश लगेगा। मप्र में लाखों बिजली उपभोक्ताओं के घर मीटर लगेंगे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मप्र के बैतूल शहर में स्मार्ट मीटर लगना प्रारंभ हो गए है। गंज भग्गूढ़ाना जोन क्षेत्र में लगभग 16 हजार 700 बिजली उपभोक्ता है। इन सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। अभी स्मार्ट मीटर लगाने की शुरूआत हो गई है। दो से तीन महीने के भीतर अधिकांश घरों में स्मार्ट मीटर लगने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि विद्युत वितरण कंपनी से स्मार्ट मीटर भेज दिए गए है। स्मार्ट मीटर लगाने के संबंध में कर्मचारियों को तकनीकी जानकारी भी दी जा रही है।
स्मार्ट मीटर की खासियत यह है कि इसमें मोबाइल जैसा रिचार्ज सिस्टम रहेगा। इसके लिए टैरिफ भी दिया जाएगा। रिचार्ज करने के बाद घर में बिजली सप्लाई सुचारू रहेगी। रिचार्ज खत्म होने पर ऑटोमैटिक बिजली सप्लाई बंद हो जाएगी। जिस तरह से उपभोक्ता मोबाइल, डीटीएच और लैंडलाइन को रिचार्ज करते है, इसी तरह से स्मार्ट मीटर को भी रिचार्ज करना पड़ेगा। रिचार्ज करने के लिए बकायदा आईडी नंबर भी मिलेगा।
स्मार्ट मीटर लगने के बाद प्रतिमाह रीडिंग लेने की झंझट खत्म हो जाएगी। बिजली कंपनी के कर्मचारी को घर-घर जाकर रीडिंग नहीं लेनी पड़ेगी। मीटर में ही दिख जाएगा कि बिजली की कितनी यूनिट खपत हुई है और कितना बिल आया है। यह सब प्रक्रिया आसानी से प्राप्त हो जाएगी। पहले कई बार बिजली कंपनी के कर्मचारी रीडिंग लेने नहीं पहुंचते थे, जिसके कारण कम या अधिक बिजली बिल आने से लोग परेशान रहते थे। अब इस परेशानी से भी जल्द मुक्ति मिल जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि इस मीटर से कोई भी उपभोक्ता किसी प्रकार की कोई छेड़खानी करता है तो इसकी जानकारी कंपनी तक पहुंच जाएगी। ऐसे उपभोक्ताओं पर कंपनी कार्रवाई भी कर सकती है। मीटर में छेड़छाड़ करने पर मैसेज बिजली कंपनी के पास पहुंच जाएगा। उपभोक्ता बिजली की चोरी भी नहीं कर पाएंगे। अधिकारियों का भी मानना है कि इन मीटरों के लगने के बाद कुछ हद तक बिजली चोरी पर भी अंकुश लगेगा। अधिक बिल आने की समस्या से भी निजात मिलेगी।
घर में स्मार्ट लगने की बात सामने आते ही उपभोक्ता घबराने लगे है। हालांकि अभी तो मीटर लगने की शुरुआत ही हुई है। आने वाले दिनों में मीटर लगाने को लेकर उपभोक्ताओं की नाराजगी भी सामने आने की संभावना है। लोगों का मानना है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिल अधिक आएगा। जबकि अधिकारियों का कहना है कि जितनी बिजली जलाएंगे, उतना ही बिल आएगा। बिल में भी किसी प्रकार से कोई गड़बड़ी नहीं होगी। इनका कहना है…
कंपनी की तरफ से स्मार्ट मीटर आ गए है। मीटर लगाने का काम प्रारंभ कर दिया है। दो-तीन महीने के भीतर अधिकांश घरों में मीटर लग जाएंगे। इस मीटर के लगने के बाद बिजली की चोरी नहीं होगी। उपभोक्ताओं को मोबाइल की तरह रिचार्ज करने की सुविधा मिलेगी।