पूर्व सीएम बघेल ने भाजपा और अदाणी के संबंधों पर उठाए सवाल, झा ने किया पलटवार
रायपुर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा और अदाणी के रिश्तों को लेकर सवाल उठाते हुए आरोप लगाए हैं। इस पर पलटवार करते हुए इंटरनेट मीडिया एक्स पर…
रायपुर
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा और अदाणी के रिश्तों को लेकर सवाल उठाते हुए आरोप लगाए हैं। इस पर पलटवार करते हुए इंटरनेट मीडिया एक्स पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मीडिया सलाहकार पंकज झा ने बघेल पर सफेद झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस डील का हवाला दिया गया है, उस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी।
अदाणी पर लगाए गए आरोप सही : बघेल
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि अदाणी को यूएसए कोर्ट से नोटिस मिला और केंद्र में बैठे हुए मंत्री और भाजपा प्रवक्ता ने उसका जवाब दिया। अदाणी पर जो आरोप लगा है, वह सही है। भाजपा के प्रवक्ता ने प्रदेश पर भी आरोप लगाया है कि 25 हजार करोड़ का निवेश हुआ है। कोल खदान का ठेका अदाणी को दिया गया था। केंद्र सरकार ने 2015 में दिया था।
डा. रमन सिंह के शासनकाल में एनएमडीसी के माध्यम से बैलाडीला का खदान भी अदाणी को दिया गया। अदाणी को दो हजार करोड़ का नोटिस दिया गया। भाजपा के नेताओं ने स्वीकार कर लिया है तो ईडी, सीबीआइ कब कार्रवाई करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता और प्रवक्ता अदाणी के प्रवक्ता की तरह काम कर रहे हैं।
कांग्रेस शासनकाल में हुई डील : झा
पंकज झा ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर पोस्ट किया है कि जिस डील की बात अमेरिकन दस्तावेजों से सामने आई है, वह 2021 में कांग्रेस सरकार में हुई थी। भूपेश बघेल हमेशा की तरह सफेद झूठ बोल रहे हैं। यह कोई बड़ी बात नहीं है। वे बोलते रहे हैं। बड़ी बात यह है कि हमेशा की तरह कांग्रेस चोरी और सीनाजोरी दोनों कर रही है। या तो अमेरिकन एजेंसी के तथ्य गलत हैं, अनेक ऐसे कारण हैं, जिससे यह कह सकते हैं कि उसके तथ्य गलत हैं।
हिंडनबर्ग से लेकर बाइडेन तक के मामले पर आप ध्यान दें तो यह कह सकते हैं कि स्टेट्स के कार्यवाहक राष्ट्रपति बदले की भावना से काम कर रहे हैं। वे काफी जल्दबाजी में हैं और अमेरिका को निपटाने की कसम जैसा खा चुके हैं। लेकिन यदि अमेरिकन एजेंसी के तथ्यों में दम है, तो निस्संदेह भूपेश बघेल समेत तब की अनेक कांग्रेस शासित और गैर भाजपा शासित राज्यों ने जमकर रिश्वत लिए हैं। पंकज झा ने दस्तावेज भी साझा किए हैं।