संसद में दिख रहा फलता फूलता परिवारवाद, एक ही घर से कई लोग बन बैठे हैं माननीय
नई दिल्ली। राजनीति में परिवारवाद का मुद्दा हमेशा ही छाया रहा है। कई बार टिकट वितरण के दौरान भी यह मुद्दा विवाद का कारण बन जाता है। कोई बेटे के…
नई दिल्ली। राजनीति में परिवारवाद का मुद्दा हमेशा ही छाया रहा है। कई बार टिकट वितरण के दौरान भी यह मुद्दा विवाद का कारण बन जाता है। कोई बेटे के लिए टिकट मांगता है तो कोई भतीजे,पत्नी या किसी रिश्तेदार के लिए अड़ जाता है। विवाद बढ़ते हैं और झगड़े भी होते हैं,लेकिन परिवारवाद का प्रभाव कम होता नजर नहीं आता है। लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर, लोकसभा और राज्यसभा में इसे बखूबी देखा जा सकता है। आज गुरुवार को वायनाड से चुनकर आईं प्रियंका गांधी ने शपथ और विधिवत तरीके से सांसद बन गई। अब इसके साथ ही गांधी परिवार का कुनबा संसद में मजबूत हो गया। गांधी परिवार के अलावा भी कई ऐसी फैमिली हैं, जिसके कई सदस्य लोकसभा और राज्यसभा में हैं। इन परिवारों में यूपी से अखिलेश यादव, उनकी पत्नी डिंपल यादव, भतीजे तेज प्रताप यादव, बदायूं से धर्मेंद्र यादव, फिरोजाबाद से अक्षय यादव शामिल हैं।
शरद पवार का राज्यसभा का कार्यकाल अब समाप्ति की ओर
अखिलेश यादव और उनके परिवार की लालू यादव से रिश्तेदारी भी है। ऐसे ही बिहार की पूर्णिया सीट के सांसद पप्पू यादव और उनकी पत्नी रंजीता रंजन भी राज्यसभा की सांसद है। रंजीता रंजन को 2022 में ही छत्तीसगढ़ सीट से राज्यसभा भेजा गया था। लंबे समय तक रायबरेली से सांसद रहीं सोनिया गांधी भी अब राज्यसभा में हैं, जबकि उनके बेटे और बेटी अब लोकसभा के मेंबर हैं। शरद पवार भी राज्यसभा के सांसद हैं, जबकि उनकी बेटी सुप्रिया सुले बारामती लोकसभा सीट से मेंबर हैं। हालांकि शरद पवार का राज्यसभा का कार्यकाल अब समाप्ति की ओर है। यही नहीं अखिलेश यादव के चाचा रामगोपाल यादव भी राज्यसभा के सदस्य हैं। वहीं शिवपाल यादव यूपी विधानसभा के सदस्य हैं। विधानसभाओं में परिवार देखें तो बिहार में तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और उनकी मां रबड़ी देवी विधायक हैं। तेजस्वी तो फिलहाल नेता विपक्ष भी हैं, जो दो बार राज्य के डिप्टी सीएम रह चुके हैं। इसी तरह तमिलनाडु में सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि भी राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं। इसी तरह महाराष्ट्र में अजित पवार, उनके भतीजे रोहित पवार विधानसभा के मेंबर चुने गए हैं।हिमाचल प्रदेश में तो सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर भी विधायक हैं। उन्हें हाल ही में उपचुनाव में उतारा गया था, जिसमें उन्हें जीत मिली थी। अब बात झारखंड की करें तो हेमंत सोरेन के अलावा उनकी पत्नी भी झामुमो से विधायक बनी हैं। झामुमो को कुल 34 सीटें हासिल हुई हैं। अब बात भाजपा नेता राजनाथ सिंह की करें तो वह रक्षा मंत्री हैं, जबकि बेटे पंकज सिंह यूपी विधानसभा के सदस्य हैं और नोएडा का प्रतिनिधित्व करते हैं।