क्या भाजपा नेता लाल किला, ताजमहल, कुतुब मीनार को ध्वस्त करेंगे, जिनका निर्माण मुसलमानों ने किया – मल्लिकार्जुन खड़गे
नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूछा कि क्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता लाल किला, ताजमहल, कुतुब मीनार या चार मीनार जैसी संरचनाओं को ध्वस्त करेंगे,…
नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूछा कि क्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता लाल किला, ताजमहल, कुतुब मीनार या चार मीनार जैसी संरचनाओं को ध्वस्त करेंगे, जिनका निर्माण मुसलमानों ने किया था। दिल्ली के रामलीला मैदान में दलितों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के महासंघ द्वारा आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश की हर मस्जिद में सर्वेक्षणों की अनुमति देकर लोगों को एकजुट या सुरक्षित नहीं रहने देने का आरोप लगाया। खड़गे की टिप्पणी उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के मद्देनजर आई है, जहां एक मस्जिद में सर्वेक्षण किया जा रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वहां सालों पहले कोई मंदिर था या नहीं। खड़गे ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर देश की हर मस्जिद में सर्वेक्षण कराकर समाज को बांटने का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसा करके भगवा पार्टी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की सलाह की अवहेलना कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने दलितों, अल्पसंख्यकों और ओबीसी समुदायों से एकजुट रहने का आह्वान किया, क्योंकि तभी वे संविधान, लोकतंत्र और अपने अधिकारों की रक्षा के अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया, हमें हर कीमत पर एकजुट रहना होगा। मोदीजी इस एकता को नुकसान पहुंचाने और समाज और यहां तक कि जातियों को विभाजित करने की कोशिश में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।दलितों के बीच एकता का आह्वान करते हुए खड़गे ने आरोप लगाया कि मोदी आम लोगों के खिलाफ हैं क्योंकि वह उनसे नफरत करते हैं। उन्होंने कहा, हमारी लड़ाई उस नफरत के खिलाफ है और इसलिए राजनीतिक शक्ति महत्वपूर्ण है। कांग्रेस प्रमुख ने कहा, एक (अदालत) फैसला दिया गया, जिसने देश में भानुमती का पिटारा खोल दिया है। अब हर जगह सर्वेक्षण किए जा रहे हैं, जिसमें मस्जिदों के नीचे मंदिर पाए जा रहे हैं। इस संबंध में आवाजें उठ रही हैं। लेकिन 2023 में आरएसएस नेता मोहन भागवत ने कहा था कि हमारा उद्देश्य राम मंदिर बनाना है और हमें हर मस्जिद के नीचे शिवालय नहीं मिलना चाहिए।
सर्वेक्षण के नाम पर विवाद क्यों पैदा किया जा रहा
उन्होंने कहा कि देश में धार्मिक स्थलों के चरित्र को बनाए रखने के लिए 1991 में एक कानून बनाया गया था और आश्चर्य जताया कि भाजपा इसका उल्लंघन क्यों कर रही है। खड़गे ने कहा, हम सब एक हैं और यही आप चाहते हैं। नरेंद्र मोदी कहते हैं एक है तो सुरक्षित है, लेकिन वे किसी को भी सुरक्षित नहीं रहने दे रहे हैं। सच्चाई यह है कि आप ही हमें बांट रहे हैं। आपके नेता कह रहे हैं कि अब जब राम मंदिर बन गया है, तो हर मस्जिद में शिवालय खोजने की जरूरत नहीं है। मोदी और (केंद्रीय गृह मंत्री अमित) शाह अपने ही नेता की बात नहीं सुन रहे हैं, जिनके समर्थन से उन्हें सत्ता मिली है… मुझे लगता है कि मोहन भागवत सार्वजनिक रूप से कुछ बातें कहते हैं, लेकिन भाजपा नेताओं से कुछ नहीं कहते। इसलिए मुझे लगता है कि वे दोहरे चरित्र वाले हैं।उन्होंने कहा, जब भाजपा-आरएसएस से जुड़े लोग ऐसी बातें कह रहे हैं, तो सर्वेक्षण के नाम पर विवाद क्यों पैदा किया जा रहा है? खड़गे ने आरोप लगाया कि भाजपा नैतिकता की बात करती है, लेकिन बार-बार अनैतिक गतिविधियों में लिप्त रहती है।