हरियाणा के 16 जिलों में कड़ाके की ठंड, हिसार बना शीतलहर का केंद्र

हिसार/पानीपत। प्रदेश के अधिकतर जिले शीतलहर की चपेट में हैं। रात का तापमान सिंगल डिजिट में बना हुआ है। हिसार व नारनौल की रातें मनाली व शिमला से भी ठंडी…

हरियाणा के 16 जिलों में कड़ाके की ठंड, हिसार बना शीतलहर का केंद्र

हिसार/पानीपत। प्रदेश के अधिकतर जिले शीतलहर की चपेट में हैं। रात का तापमान सिंगल डिजिट में बना हुआ है। हिसार व नारनौल की रातें मनाली व शिमला से भी ठंडी हैं। रविवार को हिसार में रात का तापमान 1.7 डिग्री व नारनौल का तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके मुकाबले शिमला में न्यूनतम तापमान 12.2 डिग्री तथा मनाली का तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

16 जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट
हाड़ कंपा देने वाली सर्दी से अब जन-जीवन बेहाल होने लगा है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए भी प्रदेश के 16 जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया है। 17 व 18 दिसंबर को छह जिलों में शीत लहर चलने का अनुमान है। वहीं 19 दिसंबर को शीत लहर से राहत मिल सकती है।

भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सोमवार रात को उतरी पर्वतीय क्षेत्र पर सक्रिय होगा। इससे तापमान में उतार चढ़ाव हो सकता है। अगर तेज हवाएं न चली तो कोहरा छा सकता है, जो फसलों को फायदा भी पहुंचाता है।

पाला गिरने से फसलों को होता है नुकसान
अगर तेज हवाएं चलती रही तो पाला बना रहेगा, जो गेंहू, सरसों सहित अन्य फसलों को नुकसान पहुंचाता है। जब ठंडी हवाएं तेज चलने लगती है और उसकी वजह से तापमान में न केवल तेज गिरावट होती है।

न्यूनतम तापमान जब 10.0 डिग्री सेल्सियस से 4-5 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है या 4.0 डिग्री सेल्सियस के पास पहुंच जाता है तो ये शीत लहर प्रकोप कहा जाता है। दिन का तापमान 2.0 डिग्री से पांच डिग्री तक रहता तो इसे सीवियर कोल्ड वेव भी कहा जाता है।

वहीं, दिसंबर माह के दूसरे पखवाड़े में न्यूनतम तापमान सीजन के सबसे निचले स्तर तक जा सकता है। अक्सर हिसार, नारनौल व करनाल का तापमान सबसे नीचे जाता है। हिसार का तापमान 1.5 डिग्री पहले टच कर चुका है, लेकिन यह ग्राफ ओर नीचे आ सकता है।

इन जिलों में यलो अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विज्ञान के अनुसार कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक में आगामी चार से पांच दिनों में शीतलहर के साथ घना कोहरा होने की संभावना मौसम विज्ञानियों ने जताई है। इसके अलावा हिसार, सिरसा, फतेहाबाद में आगामी पांच से सात दिनों तक शीत लहर बनी रहेगी।