पंजाब में क्रिसमस के आसपास बारिश की संभावना, पठानकोट रहा सबसे ठंडा

लुधियाना। बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय संचरण और उत्तर के पहाड़ों में पश्चिमी विक्षोभ के असर से दिसंबर के अंतिम सप्ताह में पंजाब सहित देश के बड़े हिस्से का मौसम…

पंजाब में क्रिसमस के आसपास बारिश की संभावना, पठानकोट रहा सबसे ठंडा

लुधियाना। बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय संचरण और उत्तर के पहाड़ों में पश्चिमी विक्षोभ के असर से दिसंबर के अंतिम सप्ताह में पंजाब सहित देश के बड़े हिस्से का मौसम बदलने वाला है। पंजाब में वीरवार को हल्की धूप निकली। इस दौरान ठंडी हवा भी जारी रही।

पठानकोट जिले में रात का न्यूनतम तापमान सबसे कम 1.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। फरीदकोट का न्यूनतम तापमान 2 डिग्री, फिरोजपुर का 2.4 डिग्री और मोगा का 3.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विभाग के अनुसार राज्यभर में कुछ-कुछ स्थानों पर शुक्रवार और शनिवार शीतलहर जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 28-29 दिसंबर को हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान एवं गुजरात समेत उत्तर भारत में वर्षा की स्थितियां बन रही हैं।

लंबे समय तक ठंड का असर प्रचंड नहीं रह सकता
मौसम विभाग (आइएमडी) का मानना है कि लंबे समय तक ठंड का असर प्रचंड नहीं रह सकता है। अगले पांच-सात दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बनी रहने की संभावना जताई है। दरअसल, उत्तर भारत में ठंड के मौसम में तापमान पश्चिमी विक्षोभ पर निर्भर करता है।

इसके देर से आने के चलते पिछले वर्ष भी ठंड की शुरुआत में विलंब हुआ था। इस बार भी पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता देर से ही हुई है। इस वर्ष अभी तक एक विक्षोभ ही मजबूत आया है। एक दिन पहले सक्रिय हुआ पश्चिमी विक्षोभ भी काफी कमजोर है। इसके चलते ऊंचे पहाड़ों पर ही बर्फबारी हो पाई है।

धुंध होने पर सैर करने से करें गुरेज
तापमान में आ रही गिरावट के एडवाइजरी करते हुए कहा कि सर्दी के साथ-साथ शीत लहर शुरू हो चुकी है। ऐसे में ज्यादातार बुजुर्ग और छोटे बच्चे ज्यादा प्रभावित होते हैं। उनको सर्दी लगने से कई तरह की बीमारियां हो सकती है। इस लिए बुजुर्ग व दिल के मरीजों को सुबह और शाम के समय ज्यादा ठंड व धुंध होने पर सैर करने या फिर घर से बाहर जाने से गुरेज करना चाहिए।