नये साल पर करना चाहते हैं बैद्यनाथ मंदिर की पूजा? तो जान लें ये बदलाव, वरना होगी परेशानी…
धीरे-धीरे हमलोग इस साल को पीछे छोड़, नये साल यानी 2025 मे प्रवेश करने जा रहे हैं. वहीं नए साल का पहला दिन हर कोई खास बनाना चाहता है. लोग…
धीरे-धीरे हमलोग इस साल को पीछे छोड़, नये साल यानी 2025 मे प्रवेश करने जा रहे हैं. वहीं नए साल का पहला दिन हर कोई खास बनाना चाहता है. लोग अपने-अपने तरीके से नए साल की शुरुआत करना चाहते हैं. कोई पार्टी मना कर, तो कोई मंदिर मे पूजा-पाठ करके.
वहीं देवघर के बैद्यनाथ मंदिर मे साल के पहले दिन भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद पाने देश के कोने-कोने से श्रद्धालू जुटते है. अगर साल के पहले दिन आप भी आना चाहते है बैद्यनाथ मंदिर पूजा करने तो यह चीजें जान लें वरना दिक्क़तहो सकती है.
नये साल के पहले दिन होगी यह बदलाव
12 ज्योतिर्लिंग मे से एक देवघर के बैद्यनाथधाम ज्योतिर्लिंग शामिल है. यहां पर पूजा आराधना करने से मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है. इसलिए इस ज्योतिर्लिंग को मनोकामना लिंग भी कहते हैं. साल के पहले दिन यहां पूजा करने लाखों श्रद्धालू पहुंचते हैं. जिला प्रशासन और मंदिर प्रशासन के द्वारा कुछ बदलाव किये जाते हैं. भक्तो की कतार क्यू काम्प्लेक्स से शुरु होगी. कतार भोर 03 बजे से ही शुरु हो जाती है. भीड़ को देखते हुए जगह-जगह पर बैरीकैडिंग किया जाता है. साथ ही शीघ्रदर्शनम कूपन के कीमत को भी बढ़ाया जाता है.
शीघ्रदर्शनम कूपन की यह रहेगी कीमत
कहा की बैद्यनाथ मंदिर मे पूजा पाठ के लिए शीघ्रदर्शनम कूपन की व्यवस्था है. इस व्यवस्था के माध्यम से श्रद्धांलू कूपन खरीदकर बहुत कम समय मे मंदिर के गर्भगृह मे पहुंच सकते हैं. इस कूपन की कीमत आम दिनों मे 300 रूपए होती है. लेकिन नये साल के पहले इसकी कीमत बढाकर दिन के 600 रूपए कर दिया जाता है.
इतने बजे खुलेंगे पट
नये साल के पहले दिन के भीड़ को ध्यान में रखते हुए मंदिर का पट 03 बजकर 30 मिनट पर खोल दिया जाएगा. पहले सरदार पंडा के द्वारा काँचा जल अर्पण किया जाएगा. उसके बाद विधि से भगवान शिव के शिवलिंग की पूजा की जाएगी. उसके बाद ही आम श्रद्धालू के लिए पट खोला जाएगा.