किस नेता ने कहा, नीतिश का इंडिया गुट में स्वागत, लेकिन भरोसा करने लायक नहीं 

मुंबई । एनसीपी (एसपी) के नेता माजिद मेमन ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधकर कहा, नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं किया जा सकता हैं, क्योंकि वे बार-बार…

 किस नेता ने कहा, नीतिश का इंडिया गुट में स्वागत, लेकिन भरोसा करने लायक नहीं 

मुंबई । एनसीपी (एसपी) के नेता माजिद मेमन ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधकर कहा, नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं किया जा सकता हैं, क्योंकि वे बार-बार रंग बदलते हैं। मेमन ने कहा कि अगर नीतीश कुमार एनडीए का दामन छोड़ इंडिया ब्लॉक में आते हैं, तब उनका स्वागत होगा। इंडिया ब्लॉक में उनकी जरूरत है। नीतीश कुमार-चंद्रबाबू नायडू की वजह से केंद्र में मोदी सरकार चल रही है। अगर दोनों कदम पीछे करते हैं, तब मोदी जी बाहर हो जाएंगे और सरकार गिर जाएगी। 
मैं समझता हूं कि गठबंधन में किसी के शामिल होने की बात होती है, तब उसका स्वागत किया जाता है। हालांकि, उन पर भरोसा नहीं कर सकते हैं। क्योंकि वह बार-बार रंग बदलते हैं। बिहार की अपनी राजनीति है अगर नीतीश आना चाहते हैं, तब राजद प्रमुख लालू प्रसाद को देखना होगा कि वह किन शर्तों पर उन्हें लेते हैं। इंडिया ब्लॉक में उन्हें क्या बनाया जाएगा। यह फैसले हम लोग नहीं लेते हैं। दरअसल मेमन की प्रतिक्रिया तब आई है जब हाल ही में आरजेडी प्रमुख लालू ने नीतीश को इंडिया ब्लॉक में आने के लिए खुला ऑफर दिया था।
पीएम मोदी द्वारा अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर भेजने पर एनसीपी (एसपी) के नेता मेमन ने कहा कि चादर चढ़ाने से सबका साथ सबका विकास की बात पूरी नहीं होती है। अगर सबका साथ सबका विकास की बात को पूरा करना है, तब मोदी सरकार मुसलमानों को तवज्जो दें। वर्तमान जनगणना के मुताबिक देश में हर सातवां हिन्दुस्तानी व्यक्ति मुस्लमान है। लेकिन सदन में जगह नहीं दी गई। मुसलमानों का पावर से बाहर किया गया है। आप मनमानी करना चाहते हैं। एआईएमआईएम सांसद असुद्दीन ओवैसी मुद्दे उठाते हैं लेकिन अकेले पड़ने के कारण आवाज को दबा दिया जाता है। पीएम मोदी को इस पर विचार करना चाहिए, जिस तरह से तमाम जगहों के नाम बदलकर हिन्दुओं के नाम पर किया जा रहा है। सारी सुविधाएं गैर-मुसलमानों को दिया जा रहा है।
दिल्ली में पीएम मोदी की 4500 करोड़ की योजना पर कहा कि जब भी चुनाव आते हैं, जनता को लॉलीपोप देकर बहकाया जाता है। यह हमारी लोकत्रांतिक व्यवस्था की खामी है कि निष्पक्ष चुनाव नहीं होते हैं। कई लोगों के नाम काट दिए जाते हैं कई लोगों के नाम जोड़ दिए जाते हैं। दिल्ली के चुनाव के वक्त अगर सरकार कुछ करती है, तब हमें उसे नजरअंदाज कर देना चाहिए। यह एक मकसद के तहत किया जा रहा है कि जिससे जनता का वोट मिल जाए। दिल्ली के चुनाव को लेकर भाजपा का पहला एजेंडा यही है कि हिन्दुत्व को प्रमोट किया जाए।
भाजपा के लोग यह भूल गए हैं कि उनकी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि लोगों के जीवन को कैसे सुधारा जाए। मोदी सरकार अपने मुद्दों से भटक गई है।