मुख्यमंत्री साय का हेलीकॉप्टर उतरा सीतगांव में, लोगों को दी सौगात

मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी छत्तीसगढ़ सरकार के सुशासन तिहार का तीसरा चरण जारी है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज औचक निरीक्षण पर मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के मानपुर ब्लॉक में सेक्टर सीतगांव पहुंचे हैं.…

मुख्यमंत्री साय का हेलीकॉप्टर उतरा सीतगांव में, लोगों को दी सौगात

मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी

छत्तीसगढ़ सरकार के सुशासन तिहार का तीसरा चरण जारी है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज औचक निरीक्षण पर मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के मानपुर ब्लॉक में सेक्टर सीतगांव पहुंचे हैं. उनके आगमन पर अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने गुलाब फूल भेंटकर स्वागत किया. यहां सीएम पेड़ के नीचे चौपाल लगाएंगे और ग्रामीणों से योजनाओं का फीडबैक लेंगे.

मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर आज मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के मानपुर विकासखंड अंतर्गत महाराष्ट्र सीमा से सटे सीतागांव में उतरा. मुख्यमंत्री यहां समाधान शिविर में शामिल होने और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक ले रहे हैं. उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा भी उनके साथ मौजूद हैं.

सीतागांव को सीएम की सौगात
सीएम विष्णुदेव साय आए, साथ सौगात लाए… सुशासन तिहार के तीसरे चरण में मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के सीतागांव पहुंचे सीएम ने लोगों को सौगात दी है. उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा करने के बाद बिजली की समस्या खत्म करने के लिए सब स्टेशन के स्थापना के साथ अन्य घोषणाएं की है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की ये घोषणाएं :-

    सीतागांव उप स्वास्थ्य केंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में होगा उन्नयन
    मोहला में बस स्टैंड और छात्रावास का होगा निर्माण
    सीतापुर में हाइ स्कूल का हायर सेकेंडरी स्कूल में होगा उन्नयन
    अंबागढ़ चौकी क्षेत्र में 132 केवी सब स्टेशन की होगी स्थापना

बता दें कि 5 मई से ‘सुशासन तिहार’ के तीसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 31 मई तक आकस्मिक दौरे पर निकलेंगे। इस विशेष अभियान के दौरान मुख्यमंत्री किसी भी समय, किसी भी जिले या गांव में अचानक पहुंच सकते हैं. सीएम साय का दौरा पूरी तरह गोपनीय रखा गया है. स्थानीय प्रशासन से लेकर आम जनता तक, किसी को भी इस बात की जानकारी नहीं होगी कि मुख्यमंत्री साय कब और कहां पहुंचेंगे.

सीएम साय किसी भी जिले में पहुंचकर आमजनों से सीधे संवाद करेंगे और ग्रामीणों से मिलकर योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक लेंगे. वे समाधान शिविरों में भी शामिल होंगे और लोगों की समस्याओं को मौके पर ही सुनकर समाधान की दिशा में कार्य करेंगे.