भूटान के पीएम ने गुजरात दौरे को बताया यादगार, कहा……
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोग्बे और भूटान के राजा जिग्मे खेसर नमग्याल वांगचुग की तीन दिवसीय गुजरात यात्रा संपन्न हो गई है। अपनी यात्रा के आखिरी दिन भूटान के दोनों…
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोग्बे और भूटान के राजा जिग्मे खेसर नमग्याल वांगचुग की तीन दिवसीय गुजरात यात्रा संपन्न हो गई है। अपनी यात्रा के आखिरी दिन भूटान के दोनों नेताओं ने कहा कि इस दौरे से भूटान और भारत के बीच दोस्ती का बंधन और भी अधिक मजबूत होगा।
भूटान के पीएम और राजा ने गिफ्ट सिटी का दौरा किया
अपनी यात्रा के आखिरी दिन भूटान के पीएम और राजा ने गांधीनगर के पास गिफ्ट सिटी का दौरा किया। आपको बता दें कि गिफ्ट सिटी गुजरात का पहली साइबर सिटी है। इसकी साथ यह शहर आने वाले समय में वैश्विक स्तर का आर्थिक और सूचना प्रौद्योगिकी का कैंद्र होने जा रहा है। गांधीनगर से नेपाल जाने से पहले भूटान के पीएम तोग्बे ने अपनी यात्रा का अनभव साझा किया। तोग्बे ने कहा, ‘आज हमने गिफ्ट सिटी का दौरा किया। इस स्मार्ट सिटी ने कम समय में जिन उपलब्धियों का हासिल किया है, उससे हम अत्यधिक प्रभावित हैं। हमारा यह दौरा भारत और भूटान के बीच दोस्ती के संबंध को और भी अधिक मजबूत करेगा। अपने राजा की ओर से मैं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का धन्यवाद देना चाहता हूं।’
भूटान से आए मेहमान अत्यधिक प्रभावित हुए- गुजरात सरकार
उधर, गुजरात सरकार ने भी एक आधिकारिक बयान में कहा है कि राज्य की विश्व स्तर की अवसरंचना को देखकर भूटान से आए मेहमान अत्यधिक प्रभावित हुए। खासतौर पर जिला शीतलन प्रणाली और उपयोगी सुरंग को देखकर वे अत्यधिक प्रभावित हुए। भूटान के पीएम तोग्बे ने कहा, ‘हमने 22 जुलाई को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का भ्रमण किया। मैं कहना चाहता हूं कि सरदार वल्लभ भाई की विशाल प्रतिमा को देखकर हम अत्यधिक प्रभावित हुए। इस तरह से हमने भारत को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के स्वप्न को भी महसूस किया।’
भूटान के प्रतिनिधिमंडल ने मुंद्रा और खावड़ा का भी दौरा किया
इससे पहले मंगलवार को भूटान से आए प्रतिनिधिमंडल ने अदाणी समूह के मुंद्रा और खावड़ा स्थित बुनियादी ढांचा परियोजना का भी भ्रमण किया। अधिकारियों ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि अदाणी समूह मुंद्रा में भारत के सबसे बड़े वाणिज्यिक बंदरगाह का संचालन करता है। इसके अलावा यह भी बताया गया कि अदाणी समूह द्वारा खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क विकसित किया जा रहा है।