दिल्ली चुनाव को लेकर कांग्रेस एक्शन मोड में, लोगों से पूछकर तैयार होगा घोषणापत्र
लोकसभा चुनाव में सुधरे प्रदर्शन से एक्टिव मोड में आई कांग्रेस पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर एक्शन मोड में आ गई है. 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा के लिए…
लोकसभा चुनाव में सुधरे प्रदर्शन से एक्टिव मोड में आई कांग्रेस पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर एक्शन मोड में आ गई है. 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा के लिए अगले साल 2025 में चुनाव होने हैं. कांग्रेस पार्टी चुनावों की तैयारी में जुट गई है. बीते 10 सालों से कांग्रेस दिल्ली की सत्ता से एकदम गायब है.
दिल्ली में पिछले दो विधानसभा चुनावों में खाता खोलने में विफल रहने के बाद कांग्रेस ने अगले चुनाव में अपनी खोई जमीन दोबारा पाने की तैयारी अभी से शुरू कर दी है. पार्टी ने घोषणापत्र तैयार करने की कवायद के तहत समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचने के लिए एक दर्जन से अधिक उप-समितियां का गठन करने फैसला किया है.
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बताया कि घोषणापत्र समिति के अंतर्गत करीब 16 से 17 उप-समितियां बनाई जाएंगी. उन्होंने यह भी कहा कि वे दिल्ली प्रदेश इकाई के विभिन्न कार्यक्रमों के लिए पार्टी सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपने के लिए इसी हफ्ते से जवाबदेही बैठकें शुरू करने जा रहे हैं. उप-समितियों में पांच से सात सदस्य होंगे, जिनमें संबंधित क्षेत्र का एक विशेषज्ञ भी शामिल होगा.
उन्होंने बताया कि पार्टी ने एक घोषणापत्र समिति बनाने का फैसला किया है जिसमें करीब 16 से 17 उप-समितियां होंगी जो व्यापारियों, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा जैसे विभिन्न उप-समूहों तक पहुंचेंगी. वे उनसे बात करेंगे और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे. वे यह समझने की कोशिश करेंगे कि लोगों को क्या चाहिए, वे क्या चाहते हैं, जिसके बाद हम उन चीजों को घोषणापत्र शामिल करेंगे. देवेंद्र यादव ने दावा किया कि यह उनके सबसे बड़े जनसंपर्क कार्यक्रमों में से एक होगा जिसकी शुरुआत अगस्त महीने के पहले सप्ताह में की जाएगी.
उन्होंने कहा कि हम रोजाना या साप्ताहिक आधार पर कई कार्यक्रम आयोजित करते हैं. कार्यक्रम के आधार पर जवाबदेही तय की जाएगी. दिल्ली कांग्रेस के जिला और ब्लॉक नेता लगातार नजर रख रहे हैं और अपनी रिपोर्ट दे रहे हैं कि कौन काम कर रहा है और कौन नहीं. यादव ने कहा कि उनमें से कुछ के पास कार्यक्रमों में शामिल न होने के वाजिब कारण हो सकते हैं और हम उन्हें बैठक में नहीं आने को लेकर सफाई देने का मौका देंगे.