छत्तीसगढ़ में नगरी निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हों सकते हैं एक साथ आम जनता से हों रहीं रायसुमारी
रायपुर :- छत्तीसगढ़ में नगरी निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एक साथ हो सकते हैं. इसे लेकर प्रदेश की साय सरकार आम जनता से उनकी राय ले रही है.…
रायपुर :- छत्तीसगढ़ में नगरी निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एक साथ हो सकते हैं. इसे लेकर प्रदेश की साय सरकार आम जनता से उनकी राय ले रही है. अब इस मुद्दे पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बड़ा बयान दिया है.डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि देश में वन नेशन, वन इलेक्शन की चर्चा हो रही है. एक समिति का गठन किया गया है. जनता अपनी राय रखेगी. सरकार भी इस दिशा में सोच रही है. उन्होंने कहा कि दोनों तरह की निकाय चुनाव के लिए अलग-अलग नियम बने हुए हैं. कानूनी प्रावधान की भी स्टडी करके अपना रिपोर्ट देंगे. उसके हिसाब से सरकार आगे बढ़ेगी.अब निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराने को लेकर अब राजनीति भी तेज हो गई है. इस मुद्दे पर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है. PCC चीफ दीपक बैज ने कहा कि क्या बीजेपी निकाय और पंचायत चुनाव भी पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ेगी. BJP चुनाव में जाने से डरी हुई है. हम हर तरह से चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है.
BJP कार्यकर्ताओं पर राजनीतिक प्रकरण को लेकर पॉलिटिक्स
भाजपा कार्यकर्ताओं पर दर्ज राजनीतिक प्रकरण को लेकर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि पिछले 5 सालों में कांग्रेस ने झूठे मुकदमे दर्ज किए. मुकदमे दर्ज कर जनता की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. भाजपा कार्यकर्ताओं को टारगेट कर मुकदमे बनाए गए. उन मुकदमों की सरकार के लेवल पर समीक्षा हो रही है. इसके लिए मंत्री उप समिति बनी है. समिति विचार करके रिपोर्ट देगी और उसके आधार पर सरकार फैसला करेगी.
वक्फ बोर्ड अधिनियम पर संशोधन को लेकर साव ने कहा कि देश की एक पार्टी ने संविधान का उल्लंघन किया है. आपातकाल लगाकर संविधान को तोड़ा मरोड़ा है. कई बार कांग्रेस पार्टी ने संविधान का उल्लंघन किया है. वक्फ अधिनियम में संशोधन का विषय आज के समय की आवश्यकता है. कांग्रेस पार्टी हर मामले में राजनीति करती है. कांग्रेस हर मुद्दे पर भ्रम पैदा कर राजनीति करती है.