मैं भी बेटियों का पिता हूं, हड़ताली डॉक्टरों के साथ करुंगा प्रदर्शन

कोलकाता। कोलकाता के सरकारी अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा है कि वह…

मैं भी बेटियों का पिता हूं, हड़ताली डॉक्टरों के साथ करुंगा प्रदर्शन

कोलकाता। कोलकाता के सरकारी अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा है कि वह डॉक्टरों की हड़ताल में शामिल होने जा रहे हैं। इस घटना से वह बहुत दुखी हैं। सुखेंदु ने कहा कि मैं प्रदर्शनकारियों के साथ जा रहा हूं क्योंकि मेरी भी लाखों बंगाली परिवारों की तरह एक बेटी और छोटी पोती है। हमें इस मौके पर उठ खड़ा होना चाहिए। महिलाओं के खिलाफ क्रूरता बहुत हो चुकी है।
सुखेंदु शेखर ने आगे कहा कि चाहे कुछ भी हो, हम सब मिलकर इस घटना का विरोध करें। आरजी कर अस्पताल में दुष्कर्म और निर्दयतापूर्वक एक ट्रेनी डॉक्टर की हत्या की गई। वे कौन लोग हैं? अब सीबीआई जांच करेगी। खैर, मुझे सीबीआई पर कोई भरोसा नहीं है। वे मूर्ख हैं। फिर भी सच्चाई सामने आनी ही चाहिए। दरिंदों को बचाने की कोशिश क्यों की जा रही है? जो भी इस अपराध में दोषी है, उसे फांसी पर लटकाया जाना चाहिए।
बता दें 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक महिला ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। इसके बाद से ही रेजिडेंट डॉक्टर्स मामले में पीड़िता के लिए न्याय मांग रहे हैं। अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात पोस्टग्रेजुएट रेजिडेंट डॉक्टर के साथ आठ अगस्त की रात दुष्कर्म किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। उसके शरीर पर कई चोटों के निशान थे।
डॉक्टरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टर्स का कहना है कि जब तक सरकार डॉक्टरों के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं करती, तब तक उनका आंदोलन खत्म नहीं होगा। आंदोलन के चलते ओपीडी सहित कई सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। हालांकि, रेजिडेंट डॉक्टर्स के एक संगठन ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। इस बीच मामले की जांच अब सीबीआई को सौंप दी गई है।