हथेली की रेखाओं से जाने विवाहित जीवन कैसा रहेगा
हाथ ही रेखाएं बता देती हैं कि वैवाहिक जीवन में आपको सफलता मिलेगी या नहीं। या फिर जोड़ीदार के साथ कहीं आपके रिलेशनशिप में ब्रेकअप की नौबत तो नहीं आ…
हाथ ही रेखाएं बता देती हैं कि वैवाहिक जीवन में आपको सफलता मिलेगी या नहीं। या फिर जोड़ीदार के साथ कहीं आपके रिलेशनशिप में ब्रेकअप की नौबत तो नहीं आ जाएगी। हाथ में मौजूद इन रेखाओं और चिह्नों को देखकर आप भी शादीशुदा जीवन के बारे में जान सकते हैं।
विवाह रेखा पर बना हो कांटे का चिह्न
यदि आपकी विवाह रेखा अंत में एक कांटे जैसे चिह्न पर समाप्त हो रही हो तो आपके रिलेशनशिप में कुछ समय बाद ब्रेकअप आ सकता है। इसके अलावा मंगल पर्वत से कोई रेखा निकलकर यदि भाग्य, मस्तिष्क रेखा और हृदय रेखा को काटते हुए बुध पर्वत पर जाकर समाप्त हो रही हो तो ऐसे लोगों के जीवन में तलाक या फिर ब्रेकअप का संकट बना रहता है।
शनि पर स्थित हो कांटे का निशान
यदि शुक्र से कोई रेखा निकले और शनि पर्वत पर एक कांटे के चिह्न के रूप में समाप्त हो तो यह ब्रेक अप का संकेत है। ऐसे लोगों के जीवन में रिश्तेदारों के हस्तक्षेप से खासी समस्या पैदा हो सकती है। यदि ऐसी कोई रेखा शुक्र पर्वत पर तारे के चिह्न में से निकले तो ऐसे लोगों के रिलेशन में देर-सवेर अलगाव की नौबत आ जाती है।
अंगूठे पर हो काला तिल
यदि हाथ में कोई रेखा बुध पर्वत से शुरू होकर गुरु पर्वत से होते हुए मंगल पर्वत पर नीचे की ओर झुक जाती है और हाथ में अंगूठे के तल में कोई काला तिल हो तो यह स्पष्ट रूप से ब्रेक अप की ओर इशारा करता है। ऐसे लोगों के जीवन में जब वैवाहिक योग और रिलेशनशिप का वक्त आता है तो कोई न कोई अप्रिय घटना अवश्य होती है। ये लोग अपने संबंधों को अधिक दिन तक नहीं चला पाते।
अंगूठे से छोटी उंगली की ओर जाए रेखा
यदि विवाह रेखा पर कोई द्वीप बने और कोई रेखा मंगल पर्वत से शुरू होकर भाग्य रेखा, मस्तिष्क रेखा, हृदय रेखा को काटते हुए बुध पर्वत की ओर जाए तो ऐसे लोगों के लिए ब्रेक अप से बच पाना बहुत ही मुश्किल होता है। ऐसे लोगों को शत्रुओं और पीछे से वार करने वाले लोगों से भी सावधान रहने की आवश्यकता होती है।
कोई रेखा चंद्र पर्वत या फिर शुक्र पर्वत से निकले
हाथ में गुरु पर्वत पर क्रॉस का चिह्न जीवन में सुख और वैवाहिक जीवन में खुशी को दर्शाता है हालांकि कोई रेखा शुक्र पर्वत से निकलकर भाग्य रेखा को काटे तो ऐसे लोगों के जीवन में रिशतेदारों के हस्तक्षेप से संबंध विच्छेद की नौबत आ जाती है। इसी प्रकार से चंद्र पर्वत से कोई रेखा निकलकर भाग्य रेखा को काटे तो ऐसे व्यक्ति कभी अपने संबंधों में प्रतिबद्ध नहीं रह पाते।