छत्तीसगढ़-बीजापुर में डिप्टी CM शर्मा ने पेड़ के नीचे बैठकर समस्याएं सुनी, आदिवासी क्षेत्रों में सुविधाएं पहुंचाने की जताई कटिबद्धता
बीजापुर. छत्तीसगढ़ सरकार के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा शुक्रवार को बीजापुर जिले के गंगालूर क्षेत्र के सुदूर एवं दूरस्थ गांव पालनार पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने आम के पेड़ के नीचे बैठकर…
बीजापुर.
छत्तीसगढ़ सरकार के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा शुक्रवार को बीजापुर जिले के गंगालूर क्षेत्र के सुदूर एवं दूरस्थ गांव पालनार पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने आम के पेड़ के नीचे बैठकर ग्रामीणों से रूबरू हुए और उनकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने के लिए कटिबद्ध है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा छत्तीसगढ़ शासन के पहले मंत्री हैं, जो इस सुदूर गांव में पहुंचे। इस दौरान पालनार में जनसमस्या निवारण शिविर आयोजित किया गया, जिसमें राशन कार्ड, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, वन अधिकार पत्र सहित शासन के सभी महत्वाकांक्षी योजनाओं, महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, किसान क्रेडिट कार्ड सहित सभी योजनाओं से लाभान्वित करने विभागीय अधिकारियों द्वारा स्टॉल लगाया गया था।
उपमुख्यमंत्री, गृहमंत्री तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री छत्तीसगढ़ शासन विजय शर्मा ने सभी स्टॉलों का गहनतापूर्वक निरीक्षण कर विभागीय योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों की जानकारी ली। मौके पर उपस्थित हितग्राहियों से आवश्यक चर्चा कर उनकी समस्याओं से अवगत हुए एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों को प्रकरणों के निराकरण के लिए दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान एक ग्रामीण द्वारा जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने की जानकारी मिलने पर एसडीएम बीजापुर को निर्देशित करते हुए जाति प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिए। वहीं, पोस्ट आफिस द्वारा बचत खाता खोले जाने की प्रक्रिया का अवलोकन करते हुए पालनार में बैंक सखी अथवा अन्य माध्यम से ग्रामीणों को राशि सुलभ कराने हेतु निर्देश दिए एवं बैंक सखी नियुक्त करने को कहा।
प्राथमिक शाला पालनार में स्कूली बच्चों को अ, आ, इ, ई पढ़ाया। अपने माता-पिता के नाम लिखने को कहा और मन लगाकर पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके बाद पालनार, तोड़का, सावनार, पदेड़ा एवं गंगालूर के ग्रामीणों की समस्याएं सुनने आम के पेड़ के नीचे जमीन में बैठकर बच्चों को गोद में लेकर ग्रामीणों की समस्या से रूबरू हुए। वहां मौजूद ग्रामीणों ने बिजली, पानी, राशन दुकान, सड़क जैसे बुनियादि सुविधाओं की मांग की जिस पर मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि बुनियादि सुविधाएं आपका अधिकार है। अच्छी शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य सहित सभी प्रकार की सुविधाएं देने हमारी सरकार कटिबद्ध है, इसलिए शासन के सभी योजनाओं का भरपूर लाभ हो अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा बेहतर जीवन स्तर प्रदान करें, ताकि देश, समाज और परिवार के लिए समर्पित होकर अपना सर्वांगीण विकास कर सकें।
उन्होंने कहा कि बरसों से माओवाद का दंश झेलकर आदिवासी समाज शोषित हुआ है। अब जागरूकता आ रही है। हमारी सरकार की मंशा है कि सामान्य क्षेत्र की भांति इन दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चे भी पढ़ लिखकर अपना बेहतर भविष्य बनाएं। वहीं पालनार के सभी मोहल्लों मे टीव्ही देने की घोषणा करते हुए कहा कि सोलर सिस्टम एवं टीव्ही सेट प्रदाय करने के निर्देश दिए। पालनार में नियद नेल्लानार योजना के तहत सड़क एवं बिजली, का कार्य प्रगति पर है। वहीं, स्कूल आंगनबाड़ी संचालित हो रही है। नियद नेल्लानार योजना के तहत हैण्डपंप में ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल प्राप्त हो रहा है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि सुरक्षा कैम्प स्थापित होने से बुनियादि सुविधाएं बढ़ रही जिससे ग्रामीणों में खुशी की लहर साफ तौर पर देखा जा रहा है।
आदिवासी बाहुल्य बीजापुर के अंदरूनी क्षेत्रों में बुनियादि सुविधाएं पहुंचने से ग्रामीणों में शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ता नजर आ रहा है। अपनी समस्याओं को अब प्रमुखता से बताने लगे है। निश्चित ही अब सुशासन का सूर्योदय सुदूर अंचलों में हो रहा है। उपमुख्यमंत्री शर्मा ने ग्रामीणों को सिलगेर के बच्चों का विडियो भी दिखाया और बताया कि हमारे बीजापुर के बच्चे रायपुर आकर मुख्यमंत्री से मिले नया रायपुर, शापिंग मॉल भी घूमे नये परीवेश में और छत्तीसगढ़ की राजधानी में धूमकर उनका उत्साह देखने को मिला। इस दौरान उपस्थित ग्रामीणों को भी रायपुर आने का न्यौता दिया। इस दौरान कलेक्टर अनुराग पांडेय ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नियद नेल्लानार के तहत सुरक्षा कैम्पों के समीप के 33 गांवों में बुनियादि सुविधाएं उपलब्ध कराने जिला प्रशासन के विभागीय अमला सक्रियता पूर्वक अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
सिविक एक्शन कार्यक्रम
सिविक एक्शन कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीणों को जीवनोपयोगी सामग्रियां जैसे खाद्यान्न, वस्त्र और खेल सामग्री वितरित की गई। इस कदम ने न केवल ग्रामीणों की दैनिक जरूरतों को पूरा किया बल्कि उनके बच्चों के लिए खेलकूद की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके।
मेडिकल कैम्प का आयोजन
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (केरिपु बल) की 222वीं बटालियन ने एक मेडिकल कैम्प आयोजित किया, जिसमें सैकड़ों ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गईं। इस कैम्प में स्वास्थ्य जांच, मुफ्त दवाइयों का वितरण और जागरूकता कार्यक्रम भी शामिल थे, जिससे ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर मदद मिली। इस दौरान बस्तर संभागायुक्त डोमन सिंह, आईजी पी सुंदरराज, एसपी डॉ. जितेन्द्र यादव, सीईओ जिला पंचायत हेमंत रमेश नंदनवार, आईपीएस वैभव बैंकर सहित जिला एवं पुलिस प्रशासन तथा सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।