छत्तीसगढ़-दिव्य कला मेले में पहुंचे मुख्यमंत्री, दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण एवं ऋण स्वीकृति पत्र वितरित
रायपुर. राजधानी में आयोजित दिव्य कला मेले में मुख्य अतिथि केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्री श्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने भारत सरकार की संस्था…
रायपुर.
राजधानी में आयोजित दिव्य कला मेले में मुख्य अतिथि केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्री श्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने भारत सरकार की संस्था एलिम्को द्रारा दिव्य कला मेले में दिव्यांगजन को प्रोत्साहित करने के लिए टोकन के रूप में सहायक उपकरण वितरित किए गए। जिसमे बलौदाबाजार जिला के 4 दिव्यांगजनों श्री संतोष यादव, श्री पुष्पराज पुरेना, श्री धनंजय देवांगन, सुश्री रामसीला पटेल को मोटराइज्ड ट्राई सायकल और रायपुर के श्री देवांश शर्मा को व्हील चेयर प्रदान किया गया।
कार्यक्रम के दौरान 11 दिव्यांगजनो को टोकन के रूप में ऋण स्वीकृति पत्र वितरित किए गए। जिसमें रायपुर जिले के श्री रोहित कुमार वर्मा को ट्रैक्टर बाहर व्यवसाय हेतु 8 लाख 44 हजार रुपए, ई रिक्शा वाहन क्रय व्यवसाय के लिए क्रमशरू श्री सेवाराम साहू को 1 लाख 57 हजार रुपए, श्री चंदन गिलहरे को 3 लाख 44 हजार रुपए, बालादास मानिकपुरी को 2 लाख 79 हजार रुपए, बेमेतरा के श्री भूपेन्द्र सिंहा टेंट हाउस व्यवसाय के लिए 60 लाख 50 हजार रूपये, दंतेवाड़ा के श्री विक्रम सोनी को सेंट्रिंग प्लेट व्यवसाय के लिए 8 लाख 50 हजार रूपये, ट्रेक्टर-ट्रॉली कृषि सेवा हेतु जशपुर जिले के श्री अशोक यादव 7 लाख 52 हजार रूपये और श्री धनेश्वर यादव को 10 लाख 88 हजार रूपये, बलौदाबाजार जिले के श्री मनोज कुमार वर्मा को मेडिकल व्यवसाय के लिए 8 लाख 50 हजार रूपए, बलरामपुर की श्रीमती प्रतिमा जायसवाल को रेडिमेंट गारमेंट व्यवसाय हेतु 5 लाख रूपए, गौरेला-पेड्रा-मरवाही श्री गणपत कश्यप को किराना दुकान व्यवसाय हेतु 4 लाख 25 हजार रूपए की ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान की गई। ऋण स्वीकृति पत्र दिए जाने वाले इन दिव्यांगों में अस्थि बाधित, दृष्टि बाधित एवं मूक बधिर दिव्यांग शामिल है।
कार्यक्रम में सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक श्री पुरन्दर मिश्रा, श्री मोतीलाल साहू सहित बड़ी संख्या में दिव्यांगजन मौजूद रहे।