दिल्ली के पीजी में नर्स की मिली लाश हत्या या आत्महत्या में उलझी पुलिस
नई दिल्ली । दिल्ली के न्यू अशोक नगर में एक नर्स का संदिग्ध हालत में शव मिलने पर हड़कंप मच गया। नर्स न्यू अशोक नगर के ए ब्लॉक स्थित एक…
नई दिल्ली । दिल्ली के न्यू अशोक नगर में एक नर्स का संदिग्ध हालत में शव मिलने पर हड़कंप मच गया। नर्स न्यू अशोक नगर के ए ब्लॉक स्थित एक पीजी में रहती थी। नर्स का नाम निकिता बताया जा रहा है। निकिता के परिजन ग्वालियर के रहने वाले हैं। घटना 18 अगस्त की है। निकिता को रक्षाबंधन के लिए उसी दिन घर जाना था। निकिता के खुदखुशी करने से परिजनों में शोक है। जानकारी के मुताबिक परिजनों ने नर्स को कई बार फोन किया लेकिन जब फोन नहीं उठाया तो परिजनों ने पीजी मालिक को फोन किया कि उनकी बेटी फोन नहीं उठा रही है। जिसके बाद पी जी में काम करने वाले लड़के ने खिड़की से झांक कर देखा तो निकिता की लाश बेड पर पड़ी थी। वहीं इस मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने खुदखुशी की आशंका जताई है। जानकारी के मुताबिक मामला 18 अगस्त का है। न्यू अशोक नगर के ए ब्लॉक में स्थित पीजी में निकिता नाम की नर्स रहती थी। परिजनों ने जब उसे कई बार फोन किया और फोन नहीं उठा तो उन्होंने पीजी में फोन कर कहा कि निकिता फोन नहीं उठा रही है। जिसके बाद पीजी में काम करने वाले लड़के ने निकिता के रूम का दरवाजा खटखटाया, कोई जवाब नहीं मिलने पर उसने खिड़की से झांकर देखा तो निकिता बेहोश हालत में बेड पर पड़ी थी। मुंह से झाग आ रहा था। जिसके बाद पुलिस को फोन कर जानकारी दी गई। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर लड़की बाहर निकाला, जिसके बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने देखा कि 22 वर्षीय एक लड़की अपने कमरे में बेहोश पड़ी है और कमरा अंदर से बंद है। कमरा अंदर से बंद होने के कारण पुलिस और फायर स्टाफ ने मिलकर दरवाजा धक्का देकर खोला। कमरे में 22 वर्षीय निकिता को पाया गया। उसे मौके पर ही जांच टीम ने मृत घोषित कर दिया गया। शव के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मृतक के हाथ में कैनुला लगी हुई थी और दो ड्रिप सीलिंग फैन से लटकी हुई थीं। निकिता के अलावा कमरे में दो और लड़कियां शैली और कविता रावत भी रहती थीं। ये दोनों राखी के त्यौहार के लिए 3-4 दिन पहले अपने घर चली गई थीं। मौके पर क्राइम टीम को बुलाया गया और परिवार के सदस्यों को इस घटना की सूचना दी गई। 20 अगस्त को परिवार के लाल बहादुर अस्पताल पहुंचने के बाद लाश का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को शव सौंप दिया।