जमे-जमाए नेताओं को चुनौती देने के लिए घाटी के युवा बेताब… नेकां-पीडीपी से होगा सीधा मुकाबला
जम्मू । जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में एक बदलाव देखने को मिल रहा है। कभी अलगावादी में झुकाव रखने वाले युवा राजनीति के अखाड़े…
जम्मू । जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में एक बदलाव देखने को मिल रहा है। कभी अलगावादी में झुकाव रखने वाले युवा राजनीति के अखाड़े में उतरकर वर्षों पुरानी राजनीति में एक बदलाव लाना चाहते हैं। ऐसे ही नौजवान हैं उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा के लोलाब से इंजीनियर मुदस्सिर लोलाबी और लालपोरा लोलाब के मुदस्सिर अकबर शाह। दोनों ने लोलाब विधानसभा सीट से मैदान में उतरने का एलान किया है। उनका कहना है कि परिवारवाद की राजनीति के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। इंजीनियर मुदस्सिर लोलाबी ने कहा कि सियासत में उतरने का मकसद लोगों को आवाज देने है। 60 वर्षों से क्षेत्रीय राजनीतिक दलों ने युवाओं को नजरअंदाज किया है। युवाओं के पास नौकरी नहीं है, वो बेरोजगार घूम रहे हैं। पहले चुनाव लड़ना या राजनीती में शामिल होना घाटी के युवा पाप माना जाता था। अब राजनीति में उतरकर वे बदलाव लाएंगे। अब लड़ाई पुराने और नए के बीच होगी।
लोलाब सीट से निर्दलीय उतरेंगे इंजीनियर लोलाबी
इलेक्ट्रॉनिक्स व कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग कर चुके मुदस्सिर अब एलएलबी कर रहे हैं। 2018 में लोलाब के लिए अच्छी पढ़ाई, स्वास्थ्य सुविधा के अलावा हर बुनियादी ढांचे को सुधारने का मिशन शुरू किया था। उनका कहना है कि लोलाब सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
पैतृक क्षेत्र लोलाब में समृद्धि लाना मकसद: मुदस्सिर अकबर शाह
38 वर्षीय मुदस्सिर अकबर शाह भी विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। उनका कहना है कि चुनावी अखाड़े में उतरने का मकसद पैतृक क्षेत्र लोलाब में आर्थिक समृद्धि लाना है। युवाओं के लिए अन्याय के खिलाफ लड़ना है। यहां लोगों की सेवा करने आया हूं। आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्र में समृद्धि लाएंगे।उन युवाओं के अधिकारों के लिए लड़ेंगे, जिनकी जिंदगी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण बर्बाद हो गई। शाह पीपुल्स कांफ्रेंस (पीसी) से लोलाब सीट से मैदान में उतर सकते हैं। उनका कहना है कि वह दो शक्तिशाली राजनेताओं के खिलाफ लड़ेंगे। लेकिन, लोगों का समर्थन उनके साथ है।
लाखों का पैकेज छोड़ राजनीति में आए शाह
मुदस्सिर शाह सउदी अरब में लाखों रुपये का पैकेज छोड़कर राजनीति में आए हैं। आईआईटी रुड़की के सहयोग से एनआईटी से केमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की है। इथियोपिया में 2 साल तक संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के माध्यम से सहायक प्रोफेसर सेवाएं दे चुके हैं। अब सऊदी अरब के किंग फहद यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड मिनरल्स में वरिष्ठ व्याख्याता की सेवाएं दे रहे थे।
नेकां और पीडीपी से होगा सीधा मुकाबला
लोलाब सीट पर इन दोनों युवाओं का सीधा मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) से होगा। यहां से नेकां के पूर्व विधायक कैसर जमशीद लोन और दो बार के विधायक व पूर्व मंत्री अब्दुल हक खान पीडीपी उम्मीदवार हो सकते हैं। मुदस्सिर लोलाबी और शाह का कहना है कि इन संभ्रांत और शक्तिशाली राजनेताओं के खिलाफ यह आम जनता की लड़ाई है।
गुरेज से मोहम्मद हमजा लोन अजमाएंगे भाग्य
बांदीपोरा के गुरेज के युवा मोहम्मद हमजा लोन ने गुग्रेज सीट से मैदान में उतरने का एलान किया है। वह पीसी से उम्मीदवार हो सकते हैं। उनका कहना है कि गुरेज घाटी में 20 वर्षों से सत्ता में रहे पारंपरिक राजनीतिक नेताओं के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।