फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए 30 से ज्यादा छात्र-छात्रा…
बस्तर। जिले के धरमपुरा में स्थित छिंदावाड़ा एकलव्य आवासीय विद्यालय में 37 छात्र-छात्राओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई है। आनन फानन में सभी बच्चों को महारानी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज…
बस्तर। जिले के धरमपुरा में स्थित छिंदावाड़ा एकलव्य आवासीय विद्यालय में 37 छात्र-छात्राओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई है। आनन फानन में सभी बच्चों को महारानी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। छात्रों को पेट दर्द और उल्टी दस्त की शिकायत थी। जानकारी के मुताबिक खेल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद भोजन से फूड प्वाइजनिंग और स्वास्थ्य में असंतुलन होने के बाद देर रात तीन लोगों की तबीयत बिगड़ी थी। धीरे-धीरे कर यह संख्या बढ़ती गई और सुबह बाकी 30 अन्य लोगों को महारानी अस्पताल में भर्ती किया गया। इनमें से चार छात्रों की तबीयत काफी खराब थी जिन्हें बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। कल 37 छात्र छात्राएं अब तक बीमार पाई गई हैं जबकि छात्रावास में करीब ढाई सौ स्टूडेंट रहते हैं। अचानक छात्रों की तबीयत खराब होने को लेकर प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गई है और आनन फानन में बेहतर स्वास्थ्य उपचार के लिए डॉक्टरों की टीम गठित की गई है जो निरंतर छात्रों के उपचार में निगरानी रख रहे है। मामले की जानकारी मिलते ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव भी मौके पर पहुंचे और बच्चों का हाल जाना। इस दौरान किरण देव ने कहा कि खेल दिवस पर खेलने के बाद बच्चे थके थे इसलिए उन्हें चक्कर आई। बच्चों के रिपोर्ट के बाद अगर फूड पॉइजनिंग पाई जाती है तो जांच की जाएगी। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों में फूड पॉइजनिंग पाई गई है। हालांकि अभी सिर्फ 12 बच्चों को ही हॉस्पिटल में रखा गया है बाकी बच्चों की छुट्टी कर दी गई है। 5 बच्चे डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में है तो 7 बच्चों का इलाज महारानी हॉस्पिटल में जारी है।वहीं बस्तर कलेक्टर ने टीम गठित कर आवासीय विद्यालय में जांच के आदेश दिए है।