प्रेमी के मददगार दोस्त ने किया था बलात्कार, उसकी पत्नि ने मिटाये थे सबूत
भोपाल । राजधानी भोपाल के बागसेवनिया थाना इलाके में एमपी के नरसिंहपुर जिले से प्रेमी के साथ भागकर आई युवती की मौत के मामले में आरोपी प्रेमी से हुई पुलिस…
भोपाल । राजधानी भोपाल के बागसेवनिया थाना इलाके में एमपी के नरसिंहपुर जिले से प्रेमी के साथ भागकर आई युवती की मौत के मामले में आरोपी प्रेमी से हुई पुलिस पूछताछ में चौकाने वाले खुलासे हुए है। बेटी की मौत को लेकर उसके परिवार वालो ने उसके प्रेमी पर हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस ने जब उसके प्रेमी से पूछताछ की तब सामने आया है, कि प्रेमी के दोस्त ने उनकी मदद करते हुए अपने मकान में रहने का आसरा दिया था। बाद में मौका मिलने पर उसी मददगार दोस्त ने यवुती के साथ बलात्कार किया था। रेप करने वाले दोस्त की पत्नि को इसकी जानकारी लगी तब उसने सबूत मिटाने का काम किया था। रेप होने के बाद प्रेमी ने युवती से शादी करने से मना कर दिया था। इससे दुखी होकर ही युवती ने फांसी लगा ली थी। जॉच के बाद पुलिस ने प्रेमी मयंक परिहार उसके मददगार दोस्त हर्षिल ठाकुर उर्फ हरेंद्र और उसकी पत्नी उर्वशी ठाकुर के खिलाफ एुफआईआर दर्ज की है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गोटेगांव नरसिंहपुर की रहने वाली बीएससी की छात्रा सुनीता (परिवर्तित नाम) (19) करीब एक महीने पहले वह अपने प्रेमी मंयक परिहार के साथ भोपाल आ गई थी। यहां दोनों बागसेविनया इलाके में रहने वाले प्रेमी मयंक के दोस्त हर्षिल ठाकुर उर्फ हरेंद्र घर पर रुके थे। हर्षिल होशंगाबाद जिले के पिपरिया का रहने वाला है, और वहॉ निजी काम करता है। हर्षिल की पत्नी यहॉ एक संस्थान में इंटर्नशिप कर रही है, इसलिए वह फिलहाल भोपाल में ही रहता है। दो दिन पहले प्रेमी मयंक ने बागसेवनिया थाने पहुंचकर पुलिस को बताया था, कि सुनीता (परिवर्तित नाम) ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के बाद उसके परिवार वालो को सौंप दिया था। शार्ट पीएम रिपोर्ट में युवती की मौत फांसी लगाने के कारण होने की बात सामने आई थी। कारणो की जॉच के लिये पुलिस ने प्रेमी मंयक को हिरासत में लेकर अपने अदांज में से पूछताछ की तब उसने सुनीता (परिवर्तित नाम) की आत्महत्या का राज फाश कर दिया। प्रेमी ने बताया कि सुनीता (परिवर्तित नाम) के साथ फांसी लगाने से पहले वाली रात में उसके दोस्त हर्षिल ने शराब के नशे में उसके साथ दुष्कर्म किया था। पुलिस को जांच में पता चला कि हर्षिल ठाकुर जानता था, कि युवती प्रेमी के साथ भागकर आई है। इसलिए उसके साथ ज्यादती करने पर वह पुलिस के पास नहीं जाएगी। उसका प्रेमी मयंक परिहार जब बाहर गया तब उसने युवती को अपनी हवस का शिकार बना डाला। इसकी जानकारी हर्षिल की पत्नि को लगी तो उसने रेप से संबधित सबूत मिटाये। अगली सुबह उसकी प्रेमिका ने हर्षिल की करतूत उसे बताई तब उसने उसका साथ देने के बजाय अकिंता के साथ शादी करने से इंकार कर दिया। इतना ही चारों लोगों ने आपस में बातचीत करते हुए मामले को शांत करने की कोशिश की प्रेमी मंयक के दोस्त को दूसरे दिन एक पेशी के लिए पिपरिया जाना था, जिसके चलते वह अपनी पत्नी को लेकर पिपरिया चला गया। वहीं मंयक भी अपने एक दोस्त के घर चला गया था। इस बीच सुनीता (परिवर्तित नाम) घर पर अकेली थी, और दुष्कर्म के बाद प्रेमी द्वारा उसके साथ शादी करने से इंकार करने को लेकर वह काफी सदमें में आ गई थी। क्योकिं वह वापस घर नहीं लौट सकती थी, और प्रेमी ने भी उसे अपनाने से इंकार कर दिया था। इसलिए उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जॉच के बाद पुलिस ने प्रेमी मंयक, दोस्त हर्षिल और उसकी पत्नी उर्वशी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करते हुए तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने प्रेमी को आत्महत्या के लिए उकसाने, दोस्त हर्षिल को दुष्कर्म का और उसकी पत्नि उर्वशी को साक्ष्य छिपाने का आरोपी माना है। पुलिस सूत्रो के मुताबिक दुष्कर्म काआरोपी मददगार दोस्त हर्षिल पहले भी दो युवतियों के साथ दुष्कर्म का आरोपी रह चुका है। इसमें एक युवती न खुदकुशी कर ली थी। हर्षिल के खिलाफ दुष्कर्म व आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले दर्ज हो चुके हैं।