1 अक्टूबर से शुरू होगा सदस्यता अभियान का दूसरा चरण
भोपाल। डेढ़ करोड़ नए सदस्य बनाने का टारगेट लेकर चल रही मप्र भाजपा ने सदस्यता अभियान में पहले चरण में एक करोड़ से अधिक सदस्य बना लिया है। अब पार्टी…
भोपाल। डेढ़ करोड़ नए सदस्य बनाने का टारगेट लेकर चल रही मप्र भाजपा ने सदस्यता अभियान में पहले चरण में एक करोड़ से अधिक सदस्य बना लिया है। अब पार्टी का फोकस 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले सदस्यता अभियान के दूसरे चरण पर है। दूसरा चरण शुरू होने से पहले पार्टी कमजोर परफॉर्मेंस वाले जिलों के सदस्यता प्रभारियों को बदला जाएगा। उनके स्थान पर नए सदस्यता प्रभारियों की नियुक्ति की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक सदस्य बनाया जाए।
गौरतलब है कि 24 दिन चले सदस्यता अभियान के प्रथम चरण के 25 सितंबर को समाप्त होने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने प्रदेश में एक करोड़ से अधिक सदस्य बनाए जाने का दावा किया है। अब पार्टी 28 सितंबर को पहले चरण को लेकर समीक्षा करेगी। इसके बाद 1 अक्टूबर से दूसरे चरण का अभियान प्रारंभ किया जाएगा। भाजपा के संगठन पर्व के अंतर्गत चलाए गए सदस्यता अभियान में लक्ष्य से पीछे रहने वाले एक दर्जन जिलों के प्रभारियों को भाजपा बदलेगी। यह काम पूरे प्रदेश से आई समीक्षा रिपोर्ट के बाद किया जाएगा।
भाजपा के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पहले चरण में जिन एक दर्जन जिलों में सदस्यता अभियान कमजोर रहा है वहां के सदस्यता प्रभारियों को बदला जाएगा और नए प्रभारी नियुक्त किए जाएंगे। इसके लिए पार्टी ने नए नेताओं का चयन किया है जिन्हें समीक्षा बैठक के बाद जवाबदारी सौंपी जाएगी। 29 को प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम के दौरान भी सदस्यता का क्रम जारी रखा जाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि अभी तीन दिन का समय इन जिलों के प्रभारियों के पास है वह कितनी सख्या बढ़ा सकते हैं यह देखा जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण की रूपरेखा तैयार की जाएगी। वरिष्ठ नेतृत्व का मानना है कि बारिश के चलते और किसी क्षेत्र में विधायक एवं सांसद के अलावा अन्य जनप्रतिनिधियों के अन्य काम में व्यस्त होने के कारण सदस्यता कम हुई है। उन्हें आगामी तीन दिनों में इसे पूरा करने को कहा जाएगा, उसके बाद दूसरे चरण की तैयारी की जाएगी।
भाजपा ने पार्टी का सदस्य बनने के लिए हर कार्यकर्ता को सौ सदस्य बनाने की जिम्मेदारी दी है। इसके बाद ही वह सक्रिय सदस्य बन पाएगा। गौरतलब है कि बूथ से लेकर मंडल, जिला पदाधिकारी बनने के लिए पार्टी का सक्रिय सदस्य होना जरूरी होता है। सक्रिय सदस्य ही संगठन का चुनाव लड़ सकता है। पार्टी ने 25 सितंबर को प्रदेश के सभी 64,871 बूथ पर कम से कम सौ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा था, जिसमें पार्टी 15 लाख से अधिक सदस्य बना सकी। इसमें से 15 हजार बूथ वह भी शामिल हैं जिन पर पार्टी को पिछले चुनावों में पराजय का सामना करना पड़ा था, हालांकि पार्टी का फोकस इन बूथों पर ज्यादा था, फिर भी यहां उतनी संख्या में सदस्य नहीं बन सके। भाजपा प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल का कहना है कि सदस्यता अभियान को लेकर पार्टी ने जो लक्ष्य दिया था हम उसके करीब हैं। 28 सितम्बर को होने वाली बैठक में इसको लेकर समीक्षा की जाएगी। 29 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम तक यह अभियान जारी रहेगा।