नवरात्रि के दौरान घर में भूल से भी ना रखें ये चीजें, जानिए क्या कहते हैं धर्म शास्त्र? इन 3 चीजों को तुरंत करें घर से बाहर
शक्ति की भक्ति का पर्व नवरात्रि साल में चार बार आती हैं. जिनमें से एक चैत्र और दूसरे शारदीय नवरात्रि हैं. जबकि दो गुप्त नवरात्रि आते हैं. फिलहाल, अश्विन माह…
शक्ति की भक्ति का पर्व नवरात्रि साल में चार बार आती हैं. जिनमें से एक चैत्र और दूसरे शारदीय नवरात्रि हैं. जबकि दो गुप्त नवरात्रि आते हैं. फिलहाल, अश्विन माह चल रहा है और इन दिनों में शारदीय नवरात्रि चल रही है जो सनातन धर्म में बेहद खास मानी जाती हैं. यह मां दुर्गा की आराधना का सबसे बड़ा पर्व माना गया है. इस दौरान पंडाल सजते हैं और मां दुर्गा की प्रतिमाओं की स्थापना की जाती है. लेकिन आपको बता दें कि, इन दिनों में कई सारे नियमों का पालन करना भी जरूरी होता है क्योंकि, मान्यता है कि इन दिनों में मां दुर्गा अपने नौ रूपों के साथ पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं. ऐसे में आपको खास तौर पर अपने घर में भूलकर भी कुछ चीजों को नहीं रखना चाहिए. आइए जानते हैं इनके बारे में भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
खंडित प्रतिमा ना रखें
धर्म शास्त्रों के अनुसार, हमें कभी भी अपने घर में खंडित मूर्ति को नहीं रखना चाहिए. इसके अलावा कई बार लोग पुरानी प्रतिमा को ही फिर से स्थापित कर लेते हैं, जो उचित नहीं माना गया है. इसकी जगह आप मातारानी की नई प्रतिमा लेकर आएं और पुरानी या खंडित मूर्ति को किसी पवित्र नदी में विसर्जित कर दें.
सुहाग की ये चीजें ना रखें
यदि आप अपने घर में सुहाग का सामान रखती हैं तो इसे देख लें कि ये पूरा है या नहीं. यदि आपके सुहाग की सामग्री अधूरी है तो उसे पूरा करें अथवा फिर उसे किसी को दान में दे दें. क्योंकि, ऐसी मान्यता है कि, इन दिनों में सुहागिन स्त्री को संपूर्ण सोलह श्रृंगार की सामग्री रखने से माता रानी की कृपा और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है.
इस धातु का सामान ना रखें
कई घरों में बेकार और कबाड़ की चीजें पड़ी रहती हैं. खास तौर पर आपके घर में नवरात्रि के दौरान लोहे, प्लास्टिक और स्टील जैसी धातु की चीजें रखी हैं तो आप उन्हें इस महापर्व के पहले ही घर से बाहर कर दें. क्योंकि, हमारे धर्म शास्त्रों में इन धातुओं को अशुद्ध माना गया है, जिनके रखे होने से नकारात्मक ऊर्जा घर में बढ़ती है और शक्ति का प्रवेश रुक जाता है.