सीआरपीएफ से ही है देश में आंतरिक शांति और सलामती-अमित शाह
बस्तर में वामपंथी उग्रवाद से सीआरपीएफ की लड़ाई का ये आख़िरी दौर

बस्तर में वामपंथी उग्रवाद से सीआरपीएफ की लड़ाई का ये आखिरी दौर-अमित शाह
इस बार बस्तर में मनाया गया सीआरपीएफ का 84 वां स्थापना दिवस
केंद्रीय गृह मंत्री ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
कहा सीआरपीएफ से ही है देश में आंतरिक शांति और सलामती
देवशरण तिवारी
जगदलपुर।बस्तर में वामपंथी उग्रवाद से सीआरपीएफ की लड़ाई का ये आखिरी दौर है।बस्तर में पहली बार सीआरपीएफ का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है यह अत्यंत हर्ष का विषय है।देश के इस महान संगठन को मैं बधाई देता हूं और सीआरपीएफ के 2259 जांबाज शहीदों को नमन करता हूं और श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
विश्व के सबसे बड़े अर्ध सैनिक बल सीआरपीएफ के 84 वें स्थापना दिवस पर आयोजित परेड में देश के गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्य अतिथि के रूप में ये उद्गार व्यक्त किए ।उन्होंने कहा की बस्तर के दूरस्थ इलाकों में अब आदिवासी भाइयों बहनों को स्वास्थ्य ,शिक्षा ,पेयजल,सड़क ,बिजली सब कुछ उपलब्ध हो रहा है जिसका पूरा श्रेय हमारी इस फोर्स को जाता है।
नक्सली घटनाओं में काफी कमी आई है लोग अब मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं।वर्ष 2010 की तुलना में और आज की स्थिति में काफी सकारात्मक परिवर्तन आया है।बीते एक दशक में सीआरपीएफ ने माओवाद के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई लड़ी है।
सीआरपीएफ ने बस्तर की पुलिस के साथ मिलकर एक बेहतर संगठनात्मक शक्ति का शानदार उदाहरण प्रस्तुत किया है।दोनो मिलकर विजयपथ पर निरंतर अग्रसर हैं।बिहार और झारखंड में जिस तरह से माओवाद को खत्म किया गया है उसी तरह बस्तर में भी अमन और शांति का वातावरण निर्मित होता जा रहा है।
देश की आंतरिक शांति और सलामती का भरोसा इसी फोर्स से देश को मिलता आया है और आज भी मिल रहा है।मोटरसाइकल से दिल्ली से बस्तर तक का सफर तय करने वाली वीरांगनाओं को श्री शाह ने बधाई दी और इसे देश की बेटियों में ऊर्जा का संचार करने वाला कदम बताया।
आज सीआरपीएफ कोबरा के करनपुर स्थित मुख्यालय के मैदान में भव्य परेड का आयोजन किया गया।
इस दौरान गृह सचिव अजय भल्ला, सीआरपीएफ के महानिदेशक डा एस. एल.थाउसेन ,राष्ट्रीय उप सुरक्षा सलाहकार पंकज सिंह , छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा सहित सीआरपीएफ ,आरएएफ और एसपीजी के देश भर के वरिष्ठ अधिकारी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।करनपुर के परेड ग्राउंड में फोर्स की विभिन्न टुकड़ियों ने अपने शौर्य का शानदार प्रदर्शन किया।
इस दौरान वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों को मरणोपरांत वीरता पदक से सम्मानित किया गया,तथा हाल ही के दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में वीरता का प्रदर्शन करने वाले जवानों को केंद्रीय गृहमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।जवानों द्वारा अक्सर किए जाने वाले रोचक और साहसी कारनामों का प्रदर्शन किया गया साथ ही आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए ।जिसे दर्शकों ने सराहा और सैनिकों तथा स्थानीय लोक कलाकारों का उत्साह वर्धन किया।