कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन एक जीवन रक्षक प्रक्रिया

अल्मोड़ा। पुलिस बल को ड्यूटी के दौरान यूं तो तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, कभी-कभी ड्यूटी के दौरान किसी व्यक्ति के दिल का दौरा पड़ने,नदी-तालाब में डूब जाने…

कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन एक जीवन रक्षक प्रक्रिया

अल्मोड़ा। पुलिस बल को ड्यूटी के दौरान यूं तो तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, कभी-कभी ड्यूटी के दौरान किसी व्यक्ति के दिल का दौरा पड़ने,नदी-तालाब में डूब जाने संबंधित घटनाएं भी सामने आ जाती है, मरीज को त्वरित राहत देने के लिये कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन CPR काफी मददगार साबित होता है, जिसके लिये पुलिस जवानों को इसके बारे में विस्तृत जानकारी मिल सके और किसी की जान बचाने में जवान अपना महत्वपूर्ण योगदान दे पाये,उसके लिये आज प्रातः श्री देवेन्द्र पींचा, एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा पुलिस लाइन अल्मोड़ा के परेड ग्राउंड में पुलिस जवानों के लिये कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन CPR/फर्स्ट एड प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एसएसपी द्वारा कार्यशाला में स्वंय उपस्थित रहकर जवानों को भली-भांति जानकारी प्राप्त करने के लिये प्रेरित किया गया। कार्यशाला के दौरान रेड क्रास सोसायटी अल्मोड़ा के विशेषज्ञों द्वारा जवानों को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन CPR/फर्स्ट एड के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि (सीपीआर) एक आपातकालीन उपचार है जो तब किया जाता है जब किसी की सांस या दिल की धड़कन रुक जाती है। उदाहरण के लिए, जब किसी को दिल का दौरा पड़ता है या वह लगभग डूब जाता है। सीपीआर किसी की जान बचाने में मदद कर सकता है। रेडक्रास सोसायटी के श्री जेसी दुर्गापाल पूर्व चिकित्सा निदेशक उत्तराखंड/अध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ठ रेडक्रास अल्मोड़ा, श्री मनोज सनवाल अध्यक्ष रेडक्रास सोसायटी अल्मोड़ा, श्री आशीष वर्मा सदस्य रेडक्रास सोसायटी अल्मोड़ा, श्री मनोज भण्डारी सदस्य रेडक्रास सोसायटी अल्मोड़ा द्वारा जवानों को सीपीआर प्रशिक्षण दिया गया।