भोपाल मंडल के 9 स्टेशनों पर एक साथ 8 घंटे तक चली टिकट चेकिंग, 1256 यात्री पकड़े गए, 6.5 लाख का जुर्माना लगाया गया
भोपाल: भोपाल मंडल में बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसके मद्देनजर रेलवे समय-समय पर टिकट जांच अभियान आयोजित करता है। बुधवार…
भोपाल: भोपाल मंडल में बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसके मद्देनजर रेलवे समय-समय पर टिकट जांच अभियान आयोजित करता है। बुधवार को भोपाल मंडल के 9 स्टेशनों पर लगभग 8 घंटे तक एक साथ टिकट जांच का अभियान चलाया गया, जिसमें 1256 यात्रियों को बिना टिकट पकड़ा गया और उनसे 6.5 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला गया।
टिकट जांच अभियान
यह अभियान सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक चला। डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी ने जानकारी दी कि इस दौरान भोपाल, रानी कमलापति, संत हिरदाराम नगर, गुना, बीना, इटारसी, हरदा, विदिशा और नर्मदापुरम जैसे स्टेशनों पर वाणिज्य विभाग के 10 पर्यवेक्षकों और 104 टिकट चेकिंग स्टाफ के सहयोग से यह अभियान संचालित किया गया।
बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों पर नियंत्रण
इस टिकट चेकिंग अभियान के दौरान, पर्यवेक्षकों ने टिकट चेकिंग स्टाफ की निगरानी में कार्य किया और स्टेशन के बाहर निकलने वाले रास्तों की घेराबंदी की गई। इस प्रकार के अभियान से रेलवे को बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों पर नियंत्रण पाने में मदद मिलती है और यात्रियों के बीच जागरूकता भी बढ़ती है।
153 गाड़ियों के यात्रियों की चेकिंग की गई
इस टिकट चेकिंग अभियान के दौरान, स्टेशनों पर आने-जाने वाली कुल 153 गाड़ियों के यात्रियों के टिकटों की जांच की गई। इस जांच में बिना टिकट यात्रा करने वाले 628 यात्रियों को पकड़ा गया, जिनसे कुल 367925 रुपये किराया या जुर्माना वसूला गया। इसके अलावा, अनुचित टिकट लेकर यात्रा करने वाले 594 यात्रियों का भी पता चला, जिनसे 279155 रुपये का जुर्माना या किराया लिया गया। साथ ही, बिना बुक कराए सामान लेकर यात्रा करने वाले और स्टेशन पर गंदगी फैलाने वाले 34 यात्रियों से 6900 रुपये वसूले गए, और उन्हें उचित टिकट लेकर यात्रा करने तथा गंदगी न फैलाने की सलाह दी गई।
इस प्रकार, सभी नौ स्टेशनों पर एक साथ चलाए गए इस टिकट चेकिंग अभियान के दौरान बिना टिकट, अनुचित टिकट और बिना बुक कराए सामान लेकर यात्रा करने वाले यात्रियों के कुल 1256 मामले सामने आए।