अनूपपुर में 21 हजार करोड़ निवेश की तैयारी

भोपाल । अनूपपुर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को लेकर जिले में तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। इसे आयोजित होने में लगभग एक सप्ताह का समय बाकी है। ऐसे में…

अनूपपुर में 21 हजार करोड़ निवेश की तैयारी

भोपाल । अनूपपुर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को लेकर जिले में तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। इसे आयोजित होने में लगभग एक सप्ताह का समय बाकी है। ऐसे में विभाग ने पूरी तैयारी सुनिश्चित कर ली है। अभी तक अनूपपुर जिले में 21,000 करोड़ रुपये के निवेश की तैयारी विभाग ने की है। इसमें थर्मल पावर, होटल, सोलर पावर प्लांट, वाटर पार्क, सीमेंट ग्राइंडिंग और पर्यटन सहित कॉलरी से संबंधित उद्योग लगाए जाने को लेकर उद्योगपतियों ने अपनी सहमति प्रदान की है, जिस पर विभाग तैयारी में जुट गया है।
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को लेकर के अनूपपुर में 1200 उद्योगपतियों के पंजीयन किए गए हैं तथा उन्हें उद्योग स्थापित करने के लिए भूमि सहित अन्य सुविधाएं प्रदान किए जाने को लेकर विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। विभाग को अनूपपुर में 5000 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य दिया गया था, जिस पर विभाग ने उद्योगपतियों को इसके लिए आमंत्रित किया। इसमें अभी तक 21000 करोड़ रुपये के निवेश किए जाने की तैयारी विभाग ने कर ली है।

इन सेक्टर में किया जाएगा निवेश
विभाग को अभी तक जिन उद्योगपतियों के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, उनमें टोरंटो पावर, सीमेंट ग्राइंडिंग, अमरकंटक में पर्यटन, होटल रिसार्ट, कोतमा में औरो कंपनी जो की 1500 करोड़ रुपये का निवेश कोयला खदान में करेगी। इसके साथ ही पर्यटन में एक अन्य कंपनी 17 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। जेएमएस कोयला खदान 350 करोड़ रुपये का निवेश कर यहां नई कोयला खदान प्रारंभ करेगा। इसके साथ ही सोलर पावर प्लांट 1500 करोड़, कोतमा के छतई, उमर्दा में अदाणी समूह 18,000 करोड़ रुपये से थर्मल पावर प्रारंभ करेगा। पूर्व में यहां वेलस्पन कंपनी पावर प्लांट प्रारंभ करने वाली थी। लेकिन उसने यह योजना बंद कर दी थी।

5000 लोगों को मिलेगा रोजगार
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में जो कंपनी अनूपपुर जिले में निवेश करने के लिए तैयार है, उसके अंतर्गत जिले के 5000 लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इसके साथ ही जिन क्षेत्रों में यह उद्योग स्थापित होंगे, वहां व्यापारिक माहौल भी बनने से आर्थिक रूप से यह क्षेत्र और भी समृद्ध होगा। बंद हो रहे कोयला खदानों की वजह से लगातार यह क्षेत्र आर्थिक तंगी और पिछड़ेपन का शिकार होता जा रहा था, जिसको देखते हुए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से एक बार फिर से आर्थिक रूप से उन्नत होने के अवसर मिले हैं।

400 एकड़ भूमि विभाग ने की तैयार
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में आने वाले उद्यमियों के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी प्रारंभ कर दी है। उद्योगों की स्थापना के लिए पूर्व में 300 एकड़ भूमि चिन्हित की गई थी। इसके साथ ही आवश्यकता पडऩे पर और भी भूमि का चिन्ह्यांकन किया गया है। जिले में दो औद्योगिक केंद्र पूर्व से स्थापित हो रहे हैं, जिनमें कदम टोला औद्योगिक केंद्र में उद्योग स्थापना के लिए भूखंड पूर्व से तैयार है। इसके साथ ही जलसार औद्योगिक केंद्र की स्थापना का कार्य भी जारी है। जहां इंफ्रास्ट्रक्चर का कार्य वर्तमान में किया जा रहा है। यहां पर भी पर्याप्त मात्रा में भूमि उपलब्ध होने के साथ ही उद्योग स्थापना को लेकर के यहां सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।