उत्तर भारत में सक्रिय हुआ पश्चिम विक्षोभ, बारिश का अलर्ट जारी
मौसम एक बार फिर करवट बदल सकता है। इस कारण पहाड़ी क्षेत्रों में हिमपात और वर्षा होने से ठंड बढ़ सकती है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के अलावा पंजाब,…
मौसम एक बार फिर करवट बदल सकता है। इस कारण पहाड़ी क्षेत्रों में हिमपात और वर्षा होने से ठंड बढ़ सकती है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के अलावा पंजाब, दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ के एक बार फिर सक्रिय होने के कारण मौसम के मिजाज बदले रहेंगे।
दिल्ली एनसीआर में बढ़ेगी ठंड
दिल्ली-एनसीआर में अगले दो दिन हल्की वर्षा होने का पूर्वानुमान है तो दिन के तापमान में भी गिरावट देखने को मिलेगी। इससे ठंड बढ़ना भी तय है। उत्तराखंड में सोमवार से कई जिलों में वर्षा होने का अनुमान है। जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में मौसम विभाग ने 10 फरवरी तक रुक-रुककर बारिश और बर्फबारी होने की संभावना जताई है।
हिमाचल में भी बदलेगा मौसम
हिमाचल में भी सोमवार दोपहर बाद से मौसम बदल सकता है, हालांकि यह चार फरवरी को ज्यादा प्रभावी होगा। मौसम विभाग ने हिमपात और वर्षा की संभावना के साथ शीतलहर चलने और घने कोहरे की चेतावनी दी है। दिल्ली-एनसीआर को लेकर मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सोमवार सुबह स्मॉग और मध्यम श्रेणी का कोहरा रहने के आसार हैं। कहीं-कहीं घना कोहरा भी हो सकता है। शाम या रात के समय हल्की वर्षा होने का पूर्वानुमान है।
उत्तराखंड में मौसम रहा शुष्क
उधर रविवार को उत्तराखंड में मौसम शुष्क रहा। अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। दिन का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने से गर्मी महसूस की गई। हालांकि रात और सुबह के समय अभी ठंड पड़ रही है। कश्मीर में रविवार को आसमान पर बादल छाए रहे। एक दिन पहले शनिवार को कश्मीर के उच्चपवर्तीय क्षेत्रों और मैदानों में बर्फबारी व वर्षा से ठंड बढ़ गई है।
हिमाचल में बढ़ा तापमान
मौसम विभाग के अनुसार तीन से पांच फरवरी तक जम्मू संभाग में आंशिक बादल छाने के साथ कहीं-कहीं हल्की वर्षा व बर्फबारी हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में रविवार को धूप खिलने से प्रदेश के अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई।
वहीं, शनिवार रात लाहुल घाटी सहित ऊंचाई वाले स्थानों पर हिमपात व निचले कुछ स्थानों पर वर्षा हुई। चंबा और पालमपुर में दो मिलीमीटर और सुंदरनगर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। वर्षा व हिमपात के कारण न्यूनतम तापमान में दो से पांच डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है। इससे ठंड बढ़ी है।