हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर कांग्रेस का मेगा प्लान
चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर कांग्रेस ने मेगा प्लान तैयार किया है। इस प्लान के तहत राहुल गांधी अलग-अलग रैलियों की जगह एक रथ यात्रा करने वाले…
चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर कांग्रेस ने मेगा प्लान तैयार किया है। इस प्लान के तहत राहुल गांधी अलग-अलग रैलियों की जगह एक रथ यात्रा करने वाले हैं। सूत्रों के मुताबिक इस रथ यात्रा की शुरुआत सोमवार से होगी। ये यात्रा 3 अक्टूबर तक जारी रहेगी। बताया जा रहा है ये यात्रा भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर होगी। जिसकी वजह से इसे भारत जोड़ो यात्रा पार्ट-2 भी कहा जा रहा है। इस यात्रा का रूट तो अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन इतना तय है कि यात्रा के रूट में वो सीटें जरूर शामिल होंगी, जहां पर कांग्रेस जीतने की स्थिति में दिख रही है।
4 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा में राहुल के साथ उनकी बहन और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल रहेंगी। जानकारी के मुताबिक, यात्रा अंबाला के नारायणगढ़ से शुरू होगी और कई विधानसभा क्षेत्रों से होते हुए पहले दिन शाम को कुरुक्षेत्र पहुंचेगी। इस यात्रा को शुरू करने की सबसे बड़ी वजह यह है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सफल रही थी। करीब 4 महीने पहल हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बढ़ी सीटों के कई कारणों में भारत जोड़ो यात्रा को भी एक बड़ा कारण माना गया। ऐस में हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले राहुल पार्ट-2 यात्रा कर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाना चाहते हैं। प्रियंका गांधी ने अभी तक हरियाणा में प्रचार अभियान से दूरी बनाई हुई थी, लेकिन अब वह इस यात्रा के अलावा भी वह कई जगहों पर रैलियां कर कांग्रेस के उम्मीदवारों के पक्ष में वोट मांगेंगी। कांग्रेस नेता मनोज चौहान ने कहा- नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अगले कुछ दिनों में आक्रामक अभियान शुरू कर सकते हैं। प्रियंका गांधी भी अभियान में शामिल होंगी।
एआईसीसी पदाधिकारी के अनुसार, 26 सितंबर को राहुल गांधी के दौरे से कांग्रेस को हरियाणा में एकता की तस्वीर पेश करने में मदद मिली। लेकिन राहुल के दौरे की वजह से भाजपा को झटका लगा है। क्योंकि भाजपा लगातार कह रही थी कि देश की सबसे पुरानी पार्टी विभाजित है। जहां एक और भाजपा दावा कर रही थी कि कुमारी सैलजा और भूपेंद्र हुड्डा के बीच खींचतान चल रही है तो वहीं राहुल ने इन दोनों ही नेताओं को एक मंच पर लाकर एकजुटता का संदेश दिया था।