जो करना है कर लो, 5 साल ही नहीं, अगला टर्म भी इसी सरकार का : Amit Shah
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा, "विपक्ष में जो लोग दावा करते हैं कि सरकार पांच साल नहीं चलेगी, उन्हें बता…
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा, "विपक्ष में जो लोग दावा करते हैं कि सरकार पांच साल नहीं चलेगी, उन्हें बता देना चाहिए कि न केवल मोदी सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी, बल्कि एनडीए अगली सरकार भी बनाएगी।" चंडीगढ़ में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 24×7 जलापूर्ति परियोजना का उद्घाटन करते हुए अमित शाह ने मोदी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "पिछले एक दशक में हमारे देश ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। चाहे चांद पर झंडा फहराना हो, दुश्मनों के खिलाफ सर्जिकल और एयर स्ट्राइक करना हो, कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना हो, राम मंदिर का निर्माण करना हो या व्यापक सड़क नेटवर्क बनाना हो, हर क्षेत्र में उल्लेखनीय विकास हुआ है।"
'एनडीए 2029 में भी सत्ता में रहेगा'
अमित शाह ने जोर देकर कहा कि मोदी सरकार की सफलता के कारण 60 साल में लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता ने मोदी के काम का समर्थन किया है और उन्होंने आश्वासन दिया, " विपक्ष को जो चैं-चैं करनी है करने दीजिए. 2029 में भी एनडीए ही सत्ता में आएगा.. मोदी जी ही आएंगे।"
'भाजपा के पास पूरे भारतीय जनता पार्टी गठबंधन से ज़्यादा सीटें हैं'
शाह ने आगे दावा किया कि कुछ लोगों का मानना है कि छोटी-छोटी सफलताएँ चुनावी जीत का संकेत देती हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि हाल के चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस द्वारा तीन चुनावों में जीती गई सीटों से ज़्यादा सीटें जीती हैं। उन्होंने कहा कि उनके पूरे गठबंधन को मिलाकर जितनी कुल सीटें हैं, उससे ज्यादा एनडीए के अकेले एक दल यानी बीजेपी के पास सीटें हैं।
'5 साल ही नहीं, अगला टर्म भी इसी सरकार का'
अस्थिरता फैलाने वालों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने उन्हें भरोसा दिलाया कि यह सरकार बनी रहेगी। उन्होंने कहा, "मैं उनको एक विश्वास दिलाने आया हूं. यह विश्वास विपक्ष को दिलाना चाहता हूं, जनता को तो भरोसा है ही… मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि न केवल यह सरकार पांच साल पूरा करेगी, बल्कि अगला टर्म भी इसी सरकार का है. विपक्ष में बैठने की तैयारी रखना और ढंग से विपक्ष में काम करने की पद्धति सीख लेना।"